- लेडी डॉन पूजा पाल उर्फ नेहा शर्मा के गैंग में हैं 18 से 22 साल के लड़के

- 11 सदस्यीय गैंग ने सीतापुर, बाराबंकी और लखनऊ में कई वारदातों को दिया अंजाम

LUCKNOW:

क्राइम की दुनिया में महिला अपराधियों की सिर्फ पांच प्रतिशत भागीदारी हैं, लेकिन महिला अपराधियों के अपराध करने का तरीका बिलकुल अलग है। प्रयागराज की लेडी डॉन के किस्से तो आपने सुने ही होंगे। पढ़ी लिखी यह लेडी डॉन ऑटो लिफ्टर गैंग चलाती है। ऐसी ही एक लेडी डॉन राजधानी में लंबे समय से क्राइम की वारदातों को अंजाम दे रही थी। इस लेडी डॉन का गैंग है शटर गैंग। जिसके मेंबर्स 18 से 22 साल के यूथ हैं। गैंग की मास्टर माइंड पूजा पाल उर्फ नेहा शर्मा हर वारदात का प्लान खुद बनाती थी और इसमें शामिल भी रहती थी। अब यह गैंग पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है।

महिला चला रही थी शटर गैंग

दुकानों व शोरूम में वारदात को अंजाम देने वाले शटर गैंग के 9 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गैंग को चलाने वाली शातिर महिला 10 सदस्यों के साथ मिलकर चोरी की वारदात का न सिर्फ प्लान बनाती थी बल्कि वहां की रेकी कर उस घटना में भी शामिल भी होती थी।

इसलिए पड़ा शटर गैंग नाम

इस गैंग का नाम शटर गैंग इसलिए है क्योंकि ये गैंग के शातिर लुटेरे चंद सेकंड में शटर को उठा कर दुकानों में दाखिल होकर कीमती सामान के साथ साथ वहां रखा कैश भी पर कर लिया करते थे। चिनहट पुलिस एएसीपी और डीसीपी की क्राइम टीम ने इन्हें देर रात हरदासिखेड़ा इलाके से गिरफ्तार करने का दावा किया है।

लेडी डॉन बनाती थी प्लान

यह गैंग लखनऊ ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी अपने पांव पसार चुका था। पुलिस की मानें तो गैंग के शामिल अभी कुछ और लोग अभी फरार हैं और वे भी जल्द गिरफ्त में आ जाएंगे।

चोरी का मोबाइल यूज करने से फंसे

पुलिस ने अनुसार यह गिरोह पुलिस के हत्थे तब चढ़ा जब ये लोग चोरी किए गए मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे। सर्विलांस की मदद से ही पुलिस इस गैंग तक पहुंची।

गैंग के गिरफ्तार किए गए मेंबर्स

डीसीपी चारु निगम के मुताबिक गैंग की सरगना और शातिर अपराधी पूजा पाल उर्फ नेहा शर्मा समेत राजा उर्फ आसिफ, कालीचरण उर्फ अनूप चौरसिया, अज्जू, शादाब, टिल्लू उर्फ सोनू चौहान, मो। कबीर खान, अभिषेक कुमार, गुड्डन उर्फ मो मुज्जमिन और राम प्रकाश को गिरफ्तार किया है।

महंगे शौक ने बनाया चोर

पुलिस का दावा है कि पूर्वी इलाकों में हुई दर्जनों चोरी इसी गैंग ने की थीं। डीसीपी के मुताबिक अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए ये लोग सालों से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।

Posted By: Inextlive