88 गांव शामिल हुए नगर निगम में

2 लाख 69 हजार 464 आबादी 2011 जनगणना के अनुसार

6 लाख के करीब अब पहुंच गई होगी आबादी

- नगर निगम की ओर से सभी मकानों को जारी की जाएगी हाउस आईडी

- टैक्स असेसमेंट कराने के बाद उठाया जाएगा आईडी संबंधी कदम

- भवन स्वामियों को किया जा रहा है टैक्स असेसमेंट के लिए जागरुक

LUCKNOWनगर निगम क्षेत्र में शामिल हुए 88 गांवों के घर अब गुमनाम नहीं रहेंगे। इसकी वजह यह है कि निगम प्रशासन की ओर से सभी मकानों को हाउस आईडी जारी करने की दिशा में कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी गई है, जिसके बाद सभी मकानों के नंबर फाइनल हो जाएंगे।

पहले होगा टैक्स असेसमेंट

नगर निगम प्रशासन की ओर से निर्धारित प्रक्रिया के तहत हाउस आईडी जारी करने से पहले 88 गांवों के सभी मकानों का टैक्स असेसमेंट कराया जाएगा। टैक्स असेसमेंट कराने के बाद हाउस आईडी जारी की जाएगी। इसके आधार पर भवन स्वामी हाउस टैक्स जमा कर सकेंगे।

भवन स्वामियों को जागरुक

अभी 88 गांवों में रहने वाले लोगों को टैक्स असेसमेंट के बारे में जानकारी नहीं है। इसे ध्यान में रखते हुए निगम प्रशासन की ओर से पहले तो सभी गांवों में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसके माध्यम से गांवों में रहने वाले लोगों को टैक्स असेसमेंट के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिससे भवन स्वामी टैक्स असेसमेंट कराने की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाएं।

फायदे भी गिनाए जाएंगे

वहीं निगम टीमों की ओर से भवन स्वामियों को यह भी बताया जाएगा कि टैक्स असेसमेंट कराने के क्या फायदे हैं। यह भी जानकारी दी जाएगी कि हाउस आईडी जेनरेट होने के बाद उन्हें किस तरह की सुविधाएं मिल सकती हैं।

शुरू कराया गया सर्वे

निगम टीमों की ओर से 88 गांवों में सर्वे भी शुरू करा दिया गया है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि गांवों में कुल कितने मकान हैं। इसमें यह भी देखा जाएगा कि कितने पक्के और कितने कच्चे मकान हैं। इसके आधार पर अलग-अलग रिपोर्ट बनाई जाएगी। उस रिपोर्ट के आधार पर टैक्स असेसमेंट संबंधी कदम उठाए जाएंगे।

सुविधाएं देना शुरू

नगर निगम प्रशासन की ओर से उक्त 88 गांवों में रहने वाले लोगों को सुविधाएं देने का काम भी शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में निगम प्रशासन की ओर से सभी गांवों में सफाई व्यवस्था पुख्ता की जा रही है। इसके बाद वेस्ट कलेक्शन व्यवस्था पर भी फोकस किया जाएगा।

टैक्स की राशि विकास में खर्च होगी

टैक्स असेसमेंट होने के बाद भवन स्वामियों की ओर से निगम के खाते में हर साल हाउस टैक्स जमा कराया जा सकेगा। जमा होने वाली राशि का उपयोग उक्त गांवों में विकास कार्यो में ही खर्च किया जाएगा। जिसका सीधा फायदा गांवों में रहने वाले लाखों लोगों को मिलेगा।

स्ट्रीट लाइटें भी जल्द लगेंगी

निगम प्रशासन की ओर से उक्त सभी गांवों में सफाई कार्य के साथ-साथ सभी गांवों की गलियों में स्ट्रीट लाइटें भी लगाने की तैयारी तेज कर दी गई है। इसके लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। स्ट्रीट लाइट संबंधी जिम्मेदारी भी ईईएसएल को दी जा रही है। उक्त कंपनी की ओर से ही सभी गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने का काम किया जाएगा। स्ट्रीट लाइट लगने से उक्त 88 गांवों में रहने वाले लाखों लोगों को खासी राहत मिलेगी। अभी उक्त गांवों में प्रकाश संबंधी व्यवस्था एक बड़ी समस्या है।

शासन को पत्र

88 गांवों में अन्य विकास कार्य जैसे सड़क, नाली इत्यादि के निर्माण के लिए खाका तैयार किया जा चुका है लेकिन वर्तमान में निगम की वित्तीय स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। इसकी वजह से विकास कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं। निगम प्रशासन की माने तो बजट के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है। शासन से बजट मिलते ही सभी गांवों में सड़क इत्यादि का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। अभी फिलहाल सफाई और मार्ग प्रकाश व्यवस्था पर फोकस किया जा रहा है। हर शनिवार और रविवार को अलग-अलग गांव चिन्हित कर विशेष सफाई अभियान चलाया जाता है साथ ही गांवों में रहने वाले लोगों से सफाई के संबंध में फीडबैक भी लिया जाता है।

वर्जन

88 गांवों में टैक्स असेसमेंट की दिशा में कदम उठाने की तैयारी की गई है। पहले चरण में हमारी ओर से भवन स्वामियों को टैक्स असेसमेंट की जानकारी दी जाएगी। टैक्स असेसमेंट के बाद हाउस आईडी जारी होगी।

अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम

Posted By: Inextlive