संजय गांधी पीजीआई में विश्वस्तर का एडवांस पीडियाट्रिक और हार्ट सेंटर बनना है। इसके निर्माण को लेकर कवायद तेज हो गई है। संस्थान प्रशासन फरवरी माह के पहले सप्ताह में इसके शिलान्यास की तैयारी कर रहा है ताकि पहले चरण के तहत कई विभाग शुरू किए जा सकें।

LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि 0 से 18 वर्ष की आयु के बीच के बच्चों और किशोरों की संख्या कुल आबादी का करीब 40 फीसद है। इसे देखते हुए एसजीपीजीआई एमएस में उन्नत पीडियाट्रिक मेडिकल सेंटर की आवश्यकता है। हमारे पास कई शाखाओं में बाल रोग विशेषज्ञ जैसे मेडिकल, सर्जिकल, एंडोक्रिनोलॉजी, मेडिकल जेनेटिक्स, क्रिटिकल केयर मेडिसिन, क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी, यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नियोनेटोलॉजी और बाल चिकित्सा सर्जरी आदि विभाग हंै।

12 विभाग होंगे शुरू
निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि केंद्र में 575 बेड होंगे और इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 12 विभाग और चार इकाइयां और 310 बेड शामिल होंगे। दूसरे चरण के तहत इसमें नौ विभाग और दो इकाइयां और 265 बेड शामिल हैं। जिसको लेकर तेजी से काम चल रहा है।

पहले चरण में ये विभाग होंगे शुरू
पहले चरण के तहत जनरल पीडियाट्रिक्स, पल्मोनरी यूनिट, न्यूरोलॉजी यूनिट, ऑन्कोलॉजी, कार्डियोलॉजी यूनिट, मेडिकल जेनेटिक्ट यूनिट, डेवलपमेंटल पीडियाट्रिक्स यूनिट, सोशल पीडियाट्रिक्स यूनिट, डे केयर यूनिट, इमरजेंसी, नियोनेटोलॉजी, गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, सर्जरी, एनेस्थीसिया, क्रिटिकल केयर और रेडियोलॉजी यूनिट की शुरुआत होगी।

पहले चरण में कितने होंगे बेड
- कुल 310 बेड होंगे
- 163 नार्मल बेड होंगे
- 54 आईसीयू के बेड
- 28 एचडीयू बेड
- 20 आईसोलेशन बेड
- 45 प्राइवेट बेड होंगे
नोट- सेकंड फेज में ऑन्कोलॉजी में 20 अतिरिक्त बेड किए जाएंगे

हार्ट सेंटर भी होगा शुरू
सलोनी हार्ट फाउंडेशन के तहत करीब 500 करोड़ का सेंटर शुरू होना है। जिसके तहत करीब 10 हजार बच्चों को जो जन्मजात दिल की बीमारियों से ग्रसित हंै, इलाज दिया जाएगा। बच्चों से संबंधित सभी तहत की बीमारियों का इलाज एक ही जगह मिल सकेगा।

पहले चरण के तहत 310 बेडों से शुरुआत की जाएगी। संस्थान में विश्वस्तर का सेंटर का संचालन किया जाएगा।
- प्रो। आरके धीमन, निदेशक, संजय गांधी पीजीआई

Posted By: Inextlive