गोमती नगर में आवासीय भू-उपयोग में अनाधिकृत रूप से किये गयेे दो व्यवसायिक निर्माणों समेत तीन भवनों को सील किया गया।


लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी के निर्देश पर प्रवर्तन जोन-1 की टीम ने गोसाईंगंज क्षेत्र में दो स्थानों पर की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया गया, वहीं गोमती नगर में आवासीय भू-उपयोग में अनाधिकृत रूप से किये गयेे दो व्यवसायिक निर्माणों समेत तीन भवनों को सील किया गया।अवैध प्लॉटिंग का विस्तार
प्रवर्तन जोन-1 की जोनल अधिकारी प्रिया सिंह ने बताया कि राकेश सिंह द्वारा गोसाईंगंज के ग्राम-मलौली में गाटा संख्या-334 एवं 410 पर लगभग 10 बीघा क्षेत्रफल में पूर्व में अवैध प्लाटिंग करते हुए निर्माण कार्य कराया गया था, जिसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या-618/2019 योजित किया गया था। इसके बाद भी विपक्षी द्वारा स्थल पर कार्य नहीं रोका गया तथा वर्तमान में अवैध प्लाटिंग का विस्तार किया जा रहा था। इसी तरह राजेन्द्र सिंह द्वारा ग्राम-मलौली में खसरा संख्या-473, 483 ख व घ के अंतर्गत लगभग सात बीघा भूमि पर अवैध प्लाटिंग का कार्य कराया जा रहा था, जिसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या-619/2019 योजित किया गया था। उक्त दोनों प्रकरण में विपक्षियों द्वारा कोई स्वीकृत मानचित्र एवं तलपट मानचित्र और निर्माण अनुज्ञा प्रस्तुत नहीं की गई। इस पर विहित न्यायालय द्वारा प्रश्नगत स्थलों के खिलाफ ध्वस्तीकरण आदेश पारित किये गये थे। उक्त आदेशों के अनुपालन में सहायक अभियंता अवधेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने दोनों स्थलों पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की।गोमती नगर में तीन भवन सीलप्रवर्तन जोन-1 की जोनल अधिकारी प्रिया सिंह ने बताया कि अभिरुचि दीक्षित द्वारा गोमती नगर के विवेक खंड में भूखंड संख्या-2/245 पर लगभग 3200 वर्गफिट क्षेत्रफल में सेटबैक प्रभावित करते हुए बेसमेंट, भूतल, प्रथम तल, द्वितीय तल व तृतीय तल तक का निर्माण कराया जा रहा था। जिसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या 305/2022 योजित किया गया था। इसके अतिरिक्त डॉ.अनिल कुमार द्वारा गोमती नगर के विवेक खंड में भूखंड संख्या-1/59 पर लगभग 300 वर्गमीटर क्षेत्रफल में सेटबैक कवर करते हुए पूर्व में भवन निर्माण किया गया था और वर्तमान में उक्त भवन का व्यवसायिक उपयोग करते हुए कपड़े का शोरूम संचालित किया जा रहा था। इसी तरह आलोक श्रीवास्तव द्वारा गोमती नगर के विनय खंड में भूखंड संख्या-ए-3/120 पर अवैध निर्माण कराया जा रहा था। उक्त तीनों प्रकरणों में वाद विचाराधीन होने के बावजूद निर्माणकर्ताओं द्वारा स्थल पर चोरी-छिपे निर्माण कार्य कराया जा रहा था। सोमवार को प्रवर्तन जोन-1 की टीम द्वारा तीनों स्थलों को सील कर दिया गया।

Posted By: Inextlive