लखनऊ यूनिवर्सिटी ने अपने छह पूर्व एल्युमिनाई को किया सम्मानित
Lucknow News: लखनऊ (ब्यूरो)। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि स्टूडेंट्स अपने जीवन में कर्म को सबसे ऊपर रखें। अभी आपका कर्म है अच्छी शिक्षा प्राप्त करना। रामचरितमानस में भी गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है कि कर्म प्रधान विश्व रचि राखा जो जसी करे वो तस फल चाखा, जो जैसे कर्म करेगा वैसा ही उसको फल मिलेगा। उन्होंने एलयू को उसके स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं।
स्टूडेंट्स का इनोवेशन पहचानें
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एलयू प्रदेश में न्यू एजुकेशन पॉलिसी लागू करने वाली पहली स्टेट यूनिवर्सिटी है। यही नहीं एलयू को नैक में सर्वोत्तम ग्रेडिंग ए प्लस प्लस भी मिली है। इससे पता चलता है कि एलयू अपने शिक्षण कार्य में उत्कृष्टता ला चुका है। टीचर्स को अपने स्टूडेंट्स के इनोवेशन को आगे जाने का प्रयास करना चाहिए। न्यू एजुकेशन पॉलिसी उच्च व उच्चतर शिक्षा में इसी बात को बढ़ावा देने की बात करती है।
सरकार करेगी हर मदद
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने साल 2020 में नई शिक्षा नीति लागू की। इसके तहत एक तरफ जहां स्टूडेंट्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पढ़ाया जा रहा है दूसरी तरफ उन्हें भारतीय संस्कृति से भी जोड़ा जा रहा है। नई शिक्षा नीति का मकसद स्टूडेंट्स को आधुनिक शिक्षा देने के साथ साथ उन्हें सांस्कृतिक शिक्षा व संस्कृति से रूबरू कराना है।
वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने कहा कि किसी भी संस्थान का स्थापना दिवस उसके गौरवशाली इतिहास को जानने का सबसे बेहतरीन दिन होता है। महान संस्थान को संपूर्णता में देखना जरूरी है। संस्थाएं जब तक समाज से नहीं जुड़ेगी वह अपनी सार्थकता नहीं बना पाएंगी। मेरे लिए सौंवे साल में एलयू का कुलपति बनना गौरव का विषय रहा। हमें फॉलोअर्स की बजाय इनीशिएटर होना चुनना है। मेडिकल फैकल्टी भी शुरू करेगा
सामान्य श्रेणी के विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन और डिस्टेंस लर्निंग कोर्स शुरू करने में हम पहले रहे हैं। रिसर्च प्रमोशन पर फोकस के साथ 200 से ज्यादा नए फैकल्टी की रिक्रूटमेंट की गई है। एग्रीकल्चर साइंस और परफॉर्मिंग आर्ट्स में हमारा फोकस है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही अपनी मेडिकल फैकल्टी भी शुरू करेंगे।
छह एल्युमिनाई सम्मानित
एलयू के स्थापना दिवस में 6 पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया। इनमें वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अश्विनी कुमार सिंह, जस्टिस एआर मसूदी, हाईकोर्ट लखनऊ बेंच, रितु करिधाल इसरो साइंटिस्ट, सीए मुकेश कुमार शुक्ला, रमेश लेखक सांसद नेपाल, जर्नलिस्ट प्रतीक त्रिवेदी शामिल है। वहीं, एलयू की कॉफी टेबल बुक का विमोचन और एलयू का कैलेंडर भी लॉन्च किया गया।
एलयू की सांस्कृतिकी संस्था की ओर से स्टूडेंट्स ने लखनऊ की गंगा जमुनी तहजीब को अपने प्रस्तुति के जरिए दर्शाया। स्टूडेंट्स ने कार्यक्रम की शुुरुआत कृष्ण और राधा के नृत्य से की। जहां कृष्ण की लीलाओं में दर्शक खो गए। वहीं,महफिल की प्रस्तुति के जरिए ं नवाबी दौर में महफिलों की शाम की रंगीनियत की पेश कर लोगों का मन मोहा। सूफी गीतों के जरिए लोगों को जी में तू जां में तू सारे जहां में तू की तर्ज पर झूमने पर मजबूर कर दिया।