- सरगना समेत सात आरोपी पकड़े गए, 12 लग्जरी वाहन बरामद

-लोगों के कागजातों में हेराफेरी करके वाहन कराते थे फाइनेंस

LUCKNOW: कृष्णानगर व क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गैंग को पकड़ा है जो दूसरे के पेपर के जरिए गाडि़यों को फाइनेंस कराते थे और फिर उन्हें सस्ते दाम पर बेच देते थे। खेल में एजेंट समेत गैंग के कई सदस्य शामिल हैं। लोन आवेदन करने वाले लोगों के पेपर गायब कर दिए जाते थे और उन पेपरों से गाडि़यों को फर्जी तरीके से फाइनेंस कराया जाता था, जिसे सस्ते दाम में बेच देते थे। इस तरह फाइनेंस कंपनी को लाखों का नुकसान पहुंचा रहे थे। हजरतगंज व ठाकुरगंज थाने में इस तरह के केस दर्ज कराए जा चुके हैं।

5 लग्जरी गाडि़यां व 6 बाइक बरामद

पुलिस ने सरगना समेत सात अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पांच लग्जरी गाडि़यां व छह दो पहिया वाहन बरामद किए हैं। उनके कब्जे से फर्जी आधार कार्ड व विभिन्न बैंकों की सील मुहर भी बरामद हुई है। पकड़े गए आरोपी में गिरोह का सरगना प्रॉपर्टी डीलर अलीगढ़ निवासी अमित यादव जबकि वजीरगंज निवासी रेहान खान, कृष्णानगर निवासी आनंद कुमार, पारा निवासी अनिल कुमार, मो। शमीम, अलीगढ़ निवासी कलीमुद्दीन व मडि़यांव निवासी विवेक द्विवेदी गैंग के मेंबर हैं। गिरोह के सदस्य हाईस्कूल से लेकर स्नातक तक पढ़े हैं।

310 दो पहिया वाहन की कर चुके धोखाधड़ी

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि सभी पिछले तीन साल से धंधे में सक्रिय थे। इस संबंध में शाहनजफ रोड स्थित स्पीड मोटर्स के मैनेजर की ओर से हजरतगंज और ठाकुरगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। गैंग के सदस्यों ने उनके वहां से 310 दो पहिया वाहनों को धोखाधड़ी करके फाइनेंस कराया था। गिरोह के अन्य सदस्यों व वाहनों की तलाश की जा रही है।

-ऐसे करते थे खेल

गैंग सरगना अमित यादव ने बताया कि साथी शमीम के माध्यम से एजेंट से मिलकर वाहनों के नाम पर बैंक से लोन लेने वाले लोगों के कागजात निकलवा लेते थे। आधार कार्ड समेत अन्य कागजातों में फोटो गिरोह के सदस्यों की लगा देत थे। 50 हजार से एक लाख रुपये देकर आठ से दस लाख के ऊपर धनराशि तक वाहन फाइनेंस करा लेते थे। फिर इसके बाद ग्राहकों को दस से 12 लाख का वाहन तीन से लाख का देकर उनसे रुपये ऐंठ लेते थे। इसमें अपने साथी विवेक द्विवेदी, पीयूष गुप्ता व आकाश के माध्यम से संबंधित वाहनों को बेचते थे।

Posted By: Inextlive