-एटीएस ने रिश्वत कांड में फंसे अफसरों को पूछताछ और बयान को किया तलब

-बरसों से पैसा लेकर फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनाने का चल रहा था 2ोल

-एक सहायक पासपोर्ट अफसर को आठ महीने पहले एटीएस कर चुकी है अरेस्ट

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ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW:

रिश्वत लेकर फर्जी दस्तावेजों के सहारे पासपोर्ट बनाने के मामले में कुछ और पासपोर्ट अफसरों का जेल जाना तय हो गया है। आठ महीने पहले यूपी एटीएस की गिर3त में आए सहायक पासपोर्ट सुधाकर रस्तोगी के बाद अब पासपोर्ट द3तर के बाकी दागी चेहरों की तलाश तेज हो गयी है। यूपी एटीएस ने आठ पासपोर्ट अफसरों को पूछताछ के लिए तलब कर लिया जबकि तीन का बयान दर्ज 5ाी हो चुका है। एटीएस के सूत्रों की मानें तो इनमें से कई अफसरों का रिश्वत कांड में हाथ होने की वजह से उन्हें जल्द ही सला2ाों के पीछे 5ोजा जाएगा। फिलहाल एटीएस की इस कवायद से पासपोर्ट द3तर में हड़कंप है।

अप्रैल में हुई थी पहली गिर3तारी

दरअसल, विगत 12 अप्रैल को एटीएस ने ल2ानऊ स्थित रीजनल पासपोर्ट कार्यालय के सहायक पासपोर्ट अधिकारी सुधाकर रस्तोगी को रिश्वत लेकर फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट बनाने के आरोप में गिर3तार किया था। इससे पहले 27 मार्च को एटीएस ने छह दलालों को 5ाी दबोचा था जो मुस्लिम युवाओं के फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के लिए तमाम पासपोर्ट अफसरों के संपर्क में थे। मालूम हो कि एटीएस ने इससे पहले पासपोर्ट द3तर के नौ अफसरों के फोन सर्विलांस पर लिए थे जिसमे उनके बीच पैसे लेकर फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट बनाने को लेकर बातचीत के प्रमाण मिले थे। सुधाकर की गिर3तारी के बाद एटीएस ने रीजनल पासपोर्ट अधिकारी को पत्र लि2ाकर आठ पासपोर्ट अफसरों को पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए एटीएस मु2यालय 5ोजने को कहा था। इस दौरान जांच में यह साफ हो गया कि किन अफसरों की इस रैकेट में अहम 5ाूमिका थी। अब एटीएस इन अफसरों के बयान दर्ज कर रही है। इसके बाद इनमें से कुछ अफसरों को गिर3तार करने की तैयारी 5ाी है।

फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों पर लगाते थे मुहर

दरअसल 2ाड़ी देशों में जाने वाले युवाओं को पासपोर्ट जारी करने के लिए दलाल फर्जी शैक्षिक दस्तावेज तैयार कराते थे और बाद में पासपोर्ट अफसरों की मदद से इनके सही होने की मुहर लगवाई जाती थी। आतंकवादियों को पासपोर्ट जारी होने के तमाम मामलों की जांच के दौरान एटीएस को पासपोर्ट द3तर में चल रहे इस गोर2ाधंधे का पता चला था जिसके बाद छह दलालों और सहायक पासपोर्ट अधिकारी सुधाकर रस्तोगी को गिर3तार किया गया था। मामला देशविरोधी गतिविधियों से जुड़ा होने और एटीएस की जोरदार पैरवी की वजह से सुधाकर रस्तोगी को अ5ाी जमानत नहीं मिल पाई है। वहीं, दूसरी ओर एटीएस पासपोर्ट में लगने वाले शैक्षिक दस्तावेजों की जांच 5ाी कर रही है।

इन अफसरों को एटीएस ने किया तलब

जयंत सरकार, संजीव कुमार स1सेना, उमेश तिवारी, अशोक शर्मा, जगलाल, प्र5ाकर, राजीव कुमार स1सेना, शैलेंद्र सिन्हा।

गत 2 फरवरी को पासपोर्ट अफसर संजीव अरोड़ा और दलाल मारुफ के बीच बातचीत के अंश--

मारुफ : हैलो, हैलो, हैलो

संजीव : हां, बोलो

मारुफ : हम कह रहे हैं, मोह6मद शान नाम का आदमी आएगा

संजीव : हां, ठीक है

मारुफ : अच्छा, लिफाफा उसी के साथ 5ोज दें

संजीव : हां, बिल्कुल 5ोज दो

मारुफ : कितना 5ोज दें, रि-ईश्यू है

संजीव : चार

मारुफ : थोड़ा कम कर लीजिए, काम मेरे पास बहुत रहता है

संजीव : ठीक है, चार 5ोज दो, अ5ाी बाद में दे2ा जाएगा

मारुफ : ठीक है, ठीक है

(इसी तरह छह मार्च को हुई बातचीत में दोनों के बीच एक पासपोर्ट रि-ईश्यू करने के एवज में दो हजार रुपये के लेन-देन की बातचीत रिकार्ड की गयी)

रिश्वत लेकर पासपोर्ट बनाने वाले कुछ अफसरों के फोन रिकॉर्ड किए गये थे। एक अफसर को जेल 5ोजा जा चुका है जबकि जांच के दायरे में आए आठ अन्य अफसर पूछताछ के लिए तलब किए गये हैं। इस रैकेट में उनकी 5ाूमिका के पु2ता साक्ष्य मिलने पर उन्हें गिर3तार कर जेल 5ोजा जाएगा।

असीम अरुण, आईजी, एटीएस

एटीएस करीब छह माह से इस मामले की जांच कर रही है। पासपोर्ट कार्यालय के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को बयान के लिए बुलाया गया था जिन्हें एटीएस मु2यालय जाने के निर्देश दिए गये है। रीजनल पासपोर्ट कार्यालय की तरफ से एटीएस को जांच में पूरा सहयोग किया जा रहा है।

-पीयूष वर्मा, रीजनल पासपोर्ट अधिकारी

Posted By: Inextlive