- चर्च में देर रात हुई विशेष प्रार्थना

- ईसाई समाज के लोगों ने लिया हिस्सा

- प्रार्थना के बाद बांटा गया केक

LUCKNOW: राजधानी में मंगलवार आधी रात चर्च के घंटे बजने लगे, जो यह संदेश दे रहे थे कि धरती पर लोगों के कष्टों और दुखों को दूर करने के लिए परमपिता परमेश्वर की संतान के रूप में यीशु ने मदर मेरी के यहां जन्म लिया है। जन्म से पहले मंगलवार रात 10 बजे से शहर के सभी चर्च में विशेष प्रार्थना हुई, जिसमें बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग मौजूद थे।

विशेष प्रार्थना का हुआ आयोजन

हजरतगंज स्थित कैथेड्रल चर्च में धर्माध्यक्ष जेराड जॉन मैथूयज के मार्गदर्शन में रात 10:30 बजे से कैरल सिंगिंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जहां लोगों ने साइलेंट नाईट, हॉली नाईट, स्वर्ग में परमेश्वर की महिमा समेत कई प्रार्थना गीत गए। रात 12 बजे यीशु के जन्म पर विशेष प्रार्थना की गई। इसके बाद लोगों में परम प्रसाद को बांटा गया। इस दौरान बताया गया कि प्रभु यीशु का जन्म समाज का उद्धार करने के लिए हुआ था। यह पर्व समाज को प्रेम की भाषा सिखाता है। हमें इससे अच्छी शिक्षा और शांति का संदेश मिला है, जिसे हम लोगों तक पहुंचा रहे हैं।

लालबाग चर्च में भी हुई प्रार्थना

क्रिसमस के अवसर पर लालबाग स्थित एपीफेनी चर्च में भी विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया। देर रात केक काटकर लोगों ने यीशु के जन्म की खुशी मनाते हुए सभी को बधाई दी। इसके साथ असेंबली ऑफ बिलिवर्स चर्च की ओर से भी इस अवसर कई कार्यक्रमों के साथ विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया, जहां देर रात लोगों को क्रिसमस की बधाई के साथ केक बांटा गया।

चर्च में हुई शानदार लाइटिंग

क्रिसमस पर्व को देखते हुये राजधानी के सभी चर्च रंगबिरंगी रोशनी से नहा उठे। कैथेड्रल चर्च में लगी विशेष झांकी की खूबसूरती को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो उठा। लोगों ने मदर मेरी की मूर्ति के आगे कैंडल जलाकर प्रार्थना की। वहीं देर रात तक लोग एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई देते हुये नजर आये।

सुबह होगी विशेष प्रार्थना

क्रिसमस के अवसर पर राजधानी के विभिन्न चर्च में बुधवार सुबह विशेष प्रार्थना का आयोजन होगा। कैथेड्रल चर्च में सुबह 8:30 बजे होली मॉस का आयोजन किया जाएगा। लालबाग चर्च सहित एबीसी चर्च के विभिन्न चर्च में भी विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जायेगा।

Posted By: Inextlive