नगर निगम में फॉगिंग के नाम पर डीजल बर्बादी का मामला सामने आया है। तापमान में गिरावट होने के बावजूद फॉगिंग का कार्य कराया गया जिससे लाखों का डीजल बर्बाद हो गया। मामला संज्ञान में आते ही नगर आयुक्त ने तत्काल जांच बिठा दी है। जिससे मामले की तस्वीर साफ हो सके।


लखनऊ (ब्यूरो)। दिसंबर माह में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद जोन दो में फॉगिंग का कार्य जारी रहा और करीब आठ से नौ लाख का डीजल खर्च दिखाया गया। जैसे ही बिल सामने आया, नगर आयुक्त ने तत्काल भुगतान पर रोक लगा दी है। यह है नियमनियम है कि जब तापमान 25 से 30 डिग्री या उससे ऊपर होगा, तभी फॉगिंग कराई जाएगी। हाल में ही इस तापमान में ही सभी 110 वार्डों में फॉगिंग का रोस्टर बनाया गया था लेकिन जैसे-जैसे तापमान में गिरावट हुई, फॉगिंग का काम लगभग बंद हो गया। इसके बावजूद जोन दो में दिसंबर के पहले सप्ताह में फॉगिंग कराकर डीजल खर्च दिखाया गया। जारी हुए निर्देश


नगर आयुक्त की ओर से सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैैं कि अब तापमान गिर चुका है, ऐसे में फॉगिंग की कोई जरूरत नहीं है। अगर इसके बाद भी कोई फॉगिंग कराता है और डीजल खर्च का बिल भेजता है तो तत्काल जांच कराई जाएगी। वहीं दूसरी तरफ नगर आयुक्त की ओर से सभी बिलों की प्रॉपर मॉनीटरिंग करने के भी निर्देश जारी किए गए हैैं। जिससे कोई भी फर्जीवाड़ा न कर सके। इन बिंदुओं पर होगी जांच

नगर आयुक्त ने बताया कि इस मामले में सोमवार से जांच शुरू कराई जाएगी। इसकी जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त को दी गई है। पूरे मामले की तीन बिंदुओं पर जांच कराई जाएगी। 1-फॉगिंग कराई गई या नहीं2-फॉगिंग के बिना तो बिल नहीं लगाया गया3-फॉगिंग हुई तो नियमों की अनदेखी क्यों की गई

यह लापरवाही है या कोई गड़बड़ी, अभी कहना मुश्किल है। अगर जांच रिपोर्ट में यह साफ हो जाता है कि बिना फॉगिंग के बिल लगाया गया है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी। अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive