- गोमती रिवरफ्रंट घोटाला

- सीबीआई खंगाल रही आरोपितों की काल डिटेल भी

रुष्टयहृह्रङ्ख : सपा शासनकाल में हुए गोमती रिवरफ्रंट घोटाले की छानबीन में जुटी सीबीआई कमीशनखोरी की तह तक पहुंचने के लिए आरोपितों के मोबाइल काल डिटेल भी खंगालेगी। सोमवार को 49 ठिकानों पर की गई छापेमारी के दौरान बरामद लैपटाप व मोबाइल फोनों से भी जानकारियां जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। जांच एजेंसी इसके जरिए खासकर आरोपित अधिकारियों, फर्म संचालकों व ठेकेदारों के बीच के आपसी कनेक्शन पता लगाने की कोशिश करेगी जिससे यह पता लगाया जा सके कि बिना टेंडर के काम हासिल करने के लिए किसने किसकी मदद ली थी और इस पूरे खेल में शामिल आरोपितों की आपसी नेटवर्किंग क्या थी। सीबीआई आरोपितों के रसूखों की भी छानबीन कर रही है।

सपा शासनकाल में 1500 करोड़ रुपये से अधिक लागत की गोमती रिवरफ्रंट परियोजना में हुई धांधली की जांच में अब तक सामने आए तथ्यों के आधार पर ही बड़ों की भूमिका की भी जांच शुरू की गई है। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई कुछ आरोपितों से जल्द नए सिरे से पूछताछ भी शुरू कर सकती है। सीबीआई ने रिवरफ्रंट घाटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से आरोपितों की संपत्तियों का ब्योरा भी मांगा है। ईडी ने पूर्व में ¨सचाई विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता समेत तीन आरोपितों की करीब एक करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी। रिवरफ्रंट परियोजना को लेकर कैबिनेट में लिए गए निर्णयों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि गोमती रिवरफ्रंट परियोजना से जुड़े करीब 407 करोड़ रुपये के और कामों में घपला सामने आने के बाद सीबीआई ने दो जुलाई को इस मामले में दूसरी एफआईआर दर्ज की थी। 407 करोड़ रुपये के 661 कार्यों में हुई धांधली की जांच के लिए सीबीआई ने सोमवार को 49 स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी।

Posted By: Inextlive