12 तक इंजेक्शन देने पड़ते हैं मरीज को

1.5 लाख का खर्च दो से तीन इंजेक्शन का

- यह काफी महंगा ट्रीटमेंट है और इसके साइड इफेक्ट भी काफी हैं

LUCKNOW:

कोरोना संक्रमण का कोई पुख्ता इलाज न होने के कारण डॉक्टर मरीजों का लक्षणों के आधार पर इलाज कर रहे हैं। आजकल मार्केट में कॉकटेल नाम के कई ट्रीटमेंट आ गए हैं और इसमें मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट की काफी चर्चा हो रही है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि यह ट्रीटमेंट सबके लिए नहीं है। यह महंगा है और इसके साइड इफेक्ट भी हैं। ऐसे में इसके पीछे भागने से बचना चाहिए।

ज्यादा रिकमेंडेड नहीं

केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो। तूलिका चंद्रा ने बताया कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट कंपनी वाइज होता है। इसमें स्पेसिफिक एंटीबॉडी इम्युनोग्लोबलिन होता है जो एक तरह से इम्युनिटी बढ़ाने को दी जाती है। यह एक तरह से आईवीआईजी इंजेक्शन होते हैं जो मरीज को दिए जाते हैं। यह ज्यादा रिकमेंडेड नहीं होते हैं और यह ट्रीटमेंट काफी महंगा है। दो-तीन इंजेक्शन ही 1.5 लाख के आसपास आते हैं और मरीज को ऐसे 10 से 12 इंजेक्शन दिए जाते हैं। इसके साइड इफेक्ट भी अधिक हैं।

सबके लिए नहीं है ट्रीटमेंट

यह ट्रीटमेंट जहर के मामलों या क्रॉनिक केस जिनमें एंटीबॉडी है जो दिक्कत कर रही है, ऐसे लोगों को दिया जाता है। यह मरीज को प्रोटेक्शन देने का काम करता है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह थेरेपी ऐसे लोगों को ही दिया जाना चाहिए, जिनके अंदर एंटीबॉडी को लेकर दिक्कत देखने को मिले। कोरोना के मामले में इसका यूज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह रिकमंडेड नहीं है, लेकिन अगर कोई प्राइवेट अस्पताल कोरोना के मरीजों को यह ट्रीटमेंट दे रहा है तो दिक्कत नहीं है। मरीज में क्लीयर इंडीकेशन हो तो ही यह थेरेपी देनी चाहिए। बुजुर्ग इसके रिएक्शन को नहीं सह सकेंगे।

ज्यादा जानकारी नहीं

पीजीआई के एनस्थेटिक डॉ। संदीप साहू ने बताया कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिया गया था, जिसके बाद इस ट्रीटमेंट को ट्रंप कॉकटेल भी बताया गया। यह ट्रीटमेंट हर पेशेंट को नहीं दिया जाना चाहिए। यह ट्रीटमेंट जिन्हें दिया गया, उनकी क्या-क्या परिस्थितियां थीं, उनमें इसका इफेक्ट हुआ या साइड इफेक्ट इसकी भी कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में इसके नाम पर ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है।

यह ट्रीटमेंट बहुत महंगा है और इसके कई साइड इफेक्ट भी हैं। ऐसे में यह हर किसी को नहीं देना चाहिए।

प्रो। तूलिका चंद्रा, केजीएमयू

यह ट्रीटमेंट सीमित लोगों को ही दिया गया लेकिन इसका उनमें क्या इफेक्ट या साइड इफेक्ट हुआ इसके बारे में ज्यादा नहीं मालूम है।

डॉ। संदीप साहू, पीजीआई

Posted By: Inextlive