इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी आईआईटी एनआईटी व अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थाओं में एडमिशन के लिए कराए गए ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम जेईई-एडवांड का रिजल्ट जारी शुक्रवार को जारी किया गया। जिसमें राजधानी के दो सौ से अधिक स्टूडेंट्स ने सफलता हासिल की है। इनमें 10 से 15 स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं जिनकी आल इंडिया लेवल पर एक हजार से अंदर की रैंक आई है।


लखनऊ (ब्यूरो) । राजधानी की श्रेया तिवारी ने गल्र्स कैटेगरी में देश में चौथा स्थान हासिल किया है। वहीं वह सिटी टॉपर रहने के साथ ही कानपुर जोन की भी टॉपर बनी हैं। इन्हें कुल 257 माक्र्स मिले हैं। श्रेया के पिता सुरेंद्र कुमार तिवारी माध्यमिक शिक्षा विभाग लखनऊ में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। वहीं मां सांत्वना तिवारी भी संयुक्त शिक्षा निदेशक रमसा, कैंप ऑफिस लखनऊ में कार्यरत हैं। वहीं निशातगंज निवासी तीरथ अग्रवाल ने आल इंडिया रैंक 482, अथर्व गुप्ता ने 737, रवीजा चंदेल ने 743 रैंक हासिल की है।एक चांस औरएग्जाम में सफल होने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स देश की टॉप के आईआईटी में एडमिशन लेना चाहते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिनकी रैंक उन्हें आईआईटी में एडमिशन तो दिला रही है लेकिन मनचाही ब्रांच न मिलने के कारण वे एक और प्रयास करने के बारे में सोच रहे हैं।


ये हैं शहर के होनहारनाम रैंक श्रेया तिवारी 279तीरथ अग्रवाल 482रविजा चन्देल 743

आयुष्मान पांडेय 748आर्यन मौर्या 870आयुष पटेल 885राघव सिंह 974शशांक सिंघानिया 1115अंजनेय पांडेय 1339ध्रुव मिश्रा 1365

बस लक्ष्य पर रखें नजरमैंने नौवीं क्लास से ही इंजीनियरिंग की तैयारी का लक्ष्य तय कर लिया था। तैयारी के दौरान कई कार उतार-चढ़ाव आए लेकिन लक्ष्य पहले से तय था, इसलिए मन डिगा नहीं। जेईई में सफलता के लिए रणनीति तैयार करना बेहद जरूरी है। स्कूल, कॉलेज या कोचिंग संस्थान में जो भी बताया जा रहा है, उसका पूरी तरह पालन करना आवश्यक है। मेरे टीचर मुझे जो पढ़ाते थे, उसे मैं अक्षरश: समझने का प्रयास करती थी। कहीं कोई डाउट होता तो उसे उनसे क्लीयर करती। मैंने नौवीं और दसवी की पढ़ाई सेंट जोसेफ इंटर कॉलेज राजाजीपुरम से की है। मुझे आईआईटी मुंबई से बीटेक करना है।श्रेया तिवारी, सिटी टॉपर, आल इंडिया रैंक 279

Posted By: Inextlive