- डीआरडीओ का नंबर भी लगातार रहा व्यस्त

LUCKNOW: कोरोना महामारी से लड़ने में सरकार की तमाम योजनाएं जमीनी स्तर पर फिसड्डी साबित हो रही हैं। महामारी के दौरान जहां मेडिकल सेवाएं चरमरा रही हैं वहीं प्रशासन चौतरफा चुनौतियों से घिरा हुआ है और आम जनता लाचार महसूस कर रही है। सरकार की ओर से आम लोगों को सलाह, सुझाव और सहायता देने के लिए तरह तरह के हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर जब कॉल किया गया तो अधिकांश नंबर बंद या खराब पाए गए। वही एंबुलेंस सेवाएं, पुलिस हेल्प लाइन और हाई वे के नंबर पर तुरंत प्रतिक्रिया प्राप्त कर संतोष हुआ। राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया 11 अंकों का दो हेल्पलाइन नंबर में एक नंबर कार्य करता हुआ मिला जबकि मेडिकल सेवा से संबंधित अधिकांश नंबर फिसड्डी पाए गए।

यह नंबर मिले खराब

रियलिटी चेक में सबसे पहले कलेक्ट्रेट के तीन बेसिक नंबरों पर जिनमें 2629219, 2610170, 2622627 यह तीनों नंबर खराब पाए गए। इसी प्रकार 2230688, 2230955, 2230691, 2230333 नंबर भी खराब मिले जबकि किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज की हेल्पलाइन नंबर 9415007710 कार्यरत मिला। केजीएमसी का दूसरा बेसिक नंबर खराब पाया गया।

डीआरडीओ द्वारा जारी नंबर लगातार व्यस्त रहा

डीआरडीओ की ओर से जारी किये गये दो नंबर में से एक नंबर तो लगातार व्यस्त रहा जबकि दूसरा नंबर स्विच ऑफ बताता रहा। इसी प्रकार बलरामपुर अस्पताल, लोहिया संस्थान, पीजीआई के अधिकांश नंबर फिसड्डी पाए गए। ट्रॉमा सेंटर के नंबर लगातार घंटी जाती रही, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिला। चिकित्सा सुविधा हेल्पलाइन नंबर 2230688, 2230 691, 2230 955 और 2230 333 में सभी नंबर खराब मिले।

बॉक्स

प्रदेश सरकार की ओर से 11 अंकों का दो हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, जिनमें से एक 18001805145 पर बात हुई जबकि दूसरा हेल्पलाइन नंबर पर करीब 20 मिनट तक लगातार रिंग करने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। इनमें से कार्यरत उक्त नंबर को 15 सिस्टम से जोड़ा गया है, जिसे अटेंड करने वाले अलग अलग लोग हैं।

Posted By: Inextlive