- 11 जून से मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती थे

- किडनी के साथ ही लिवर रोग से थे पीडि़त

LUCKNOW: एमपी के गवर्नर और राजधानी के पूर्व सांसद लालजी टंडन का मंगलवार सुबह 5.35 पर निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। उनका 11 जून से मेदांता अस्पताल लखनऊ में इलाज चल रहा था। वह लिवर की समस्या से पीडि़त थे। जनमानस में उनके निधन की सूचना मिलते ही राजधानी में चारो ओर शोक की लहर फैल गई। सुबह करीब साढ़े नौ बजे उनका पार्थिव शरीर त्रिलोकनाथ रोड स्थित आवास लाया गया। विपक्ष में होने के दौरान उन्हें यह बंगला आवंटित किया गया था, जहां वह शाम चार से रात आठ बजे तक बैठते थे, बाद में यह बंगला उनके पुत्र आशुतोष टंडन को मंत्री होने पर आवंटित हो गया था।

छोटे बेटे अमित टंडन ने दी मुखाग्नि

12 अप्रैल 1935 को जन्मे लालजी टंडन के निधन की सूचना मिलते ही त्रिलोकनाथ रोड आवास पर समर्थक जुट गए। गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने आवास पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, विधानसभा अध्यक्ष ह्दय नारायण दीक्षित, मंत्री सुरेश खन्ना, सूर्यप्रताप शाही, रमापति शास्त्री, ब्रजेश पाठक, श्रीकांत शर्मा, डॉ। महेंद्र सिंह, स्वाति सिंह, महापौर संयुक्ता भाटिया, पूर्व मंत्री अम्मार रिजवी, समेत कई मंत्री,विधायक और प्रशासनिक अफसर श्रद्धांजलि देने पहुंचे। एक बजे उनका पार्थिव शरीर चौक सोंधी टोला आवास पर ले जाया गया। यहां पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, सतीश महाना ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। शाम साढ़े चार बजे उनका अंतिम संस्कार गुलालाघाट पर किया गया। उनके छोटे बेटे अमित टंडन ने उन्हें मुखाग्नि दी।

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11 जून को भर्ती हुए थे

गवर्नर लालजी टंडन को 11 जून को तबियत खराब होने पर मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह दो दिन पहले ही एमपी से लखनऊ आए थे। इलाज के दौरान 13 जून को पेट मे रक्तस्त्राव होने पर ऑपरेशन किया गया। इसके बाद वह वेंटिलेटर पर चले गए थे। हल्का सुधार हुआ तो दो दिन बीच में बाई-पैप मशीन पर शिफ्ट किया गया, लेकिन तबियत फिर बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उन्हें दोबारा वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया। मेदांता के मेडिकल डायरेक्टर डॉ। राकेश कपूर के मुताबिक उनके फेफड़े काम नहीं कर रहे थे। किडनी फंक्शन गड़बड़ाने से उनकी डायलिसिस चल रही थी। वह लिवर रोग से पीडि़त थे। सुबह 5:35 पर ह्दय गति रुकने से निधन हो गया।

एक नजर जीवन परिचय पर

12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में जन्म हुआ था।

शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की।

1952 में जनसंघ के संस्थापक सदस्य बने

लखनऊ नगर महापालिका 1962 और दोबारा 1967 में सभासद चुने गए।

1974 में लखनऊ पश्चिम विधानसभा से विधायकी चुनाव में डेढ़ हजार मतों से हार गए।

छह मई 1978 से पांच मई 1984 तक विधान परिषद का सदस्य चुने गए

छह मई 1990 से अक्टूबर 1996 तक विधान परिषद के सदस्य के साथ ही विधान परिषद में नेता सदन भी रहे

24 जून 1991 से छह दिसंबर 1992 तक प्रदेश सरकार में ऊर्जा एवं आवास, नगर विकास मंत्री बनाए गए

-1996 के मध्यावधि चुनाव में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधान सभा का चुनाव में जीत हासिल की

21 मार्च से 1997 से आठ मार्च 2008 तक और तीन मई 2002 से 25 अगस्त 2003 तक आवास आवास एवं विकास मंत्री रहे

-2009 चुनाव में वह लखनऊ से लोकसभा का चुनाव जीते

-23 अगस्त 2018 से 28 जुलाई 2019 तक वह बिहार के राज्यपाल रहे

-29 जुलाई 2019 को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया।

Posted By: Inextlive