- राजधानी के सरोजनीनगर इलाके में रविवार तड़के मुठभेड़, मऊ निवासी अपराधी पर 50 हजार का था इनाम

- भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में आरोपित था राकेश पांडेय उर्फ हनुमान, बाद में मिल गई थी क्लीन चिट

LUCKNOW : यूपी एसटीएफ की टीम ने रविवार तड़के मुठभेड़ में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के शार्प शूटर राकेश पांडेय उर्फ हनुमान को ढेर कर दिया। राकेश पर प्रयागराज पुलिस द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। मूलरूप से मऊ जिले के लिलारी भरौली कोपागंज के निवासी हनुमान का नाम बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में भी सामने आया था। हालांकि, बाद में उसे क्लीनचिट दे दी गई थी।

कार रोकने पर शुरू कर दी फाय¨रग

आईजी एसटीएफ अमिताभ यश के मुताबिक, रविवार तड़के सूचना मिली थी कि मुख्तार अंसारी गैंग का कुख्यात शूटर राकेश पांडेय उर्फ हनुमान सरोजनीनगर इलाके में आने वाला है। सूचना पर एसटीएफ टीम ने सरोजनीनगर थाने से कुछ दूरी पर घेराबंदी कर ली। इसी दौरान उधर से गुजर रही इनोवा को चेकिंग के लिये रुकने का इशारा किया। खुद को घिरता देख कार सवार भागने लगे। इस दौरान उनकी गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इसके बाद कार से उतरते ही एक बदमाश ने पुलिस टीम पर फाय¨रग शुरू कर दी। वहीं, उसके चार अन्य साथी फायर करते हुए मौके से भाग निकले। जवाबी कार्रवाई में फाय¨रग कर रहा बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया, जिसे अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जहां उसकी शिनाख्त बदमाश की शिनाख्त राकेश पांडेय उर्फ हनुमान के रूप में हुई।

किशोरावस्था में ही बना अपराधी

हनुमान पर वर्ष 1993 में हत्या की पहली एफआईआर दर्ज की गई थी। पुलिस के मुताबिक, राकेश तब 16 साल का था। राकेश ने लखनऊ से पॉलीटेक्निक की पढ़ाई पूरी कर एक कॉलेज में दाखिला लिया था। इस दौरान हॉस्टल में उसकी अपने सहपाठी से लड़ाई हो गई थी और उसने उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद वह मुख्तार अंसारी के संपर्क में आ गया था और उसके लिए काम कर रहा था। बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में राकेश को भी आरोपी बनाया गया था। इसके बाद से उसका नाम चर्चित हो गया था। राकेश पर राजधानी के अलावा मऊ, गाजीपुर, प्रयागराज और रायबरेली में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।

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2005 में हुई थी कृष्णानंद राय की हत्या

गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद से तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या नवंबर 2005 में हुई थी। उन पर एके 47 से लैस बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थीं। हमले में कृष्णानंद समेत कुल सात लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान करीब चार सौ राउंड से भी अधिक गोलियां चली थीं। ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह हत्याकांड में भी राकेश का नाम मुख्तार के साथ आया था। पुलिस ने एक माह पहले ही हनुमान की पत्नी सरोज लता के नाम से दर्ज लाइसेंसी असलहे को जब्त किया था। सरोज लता पर तथ्यों को छिपाकर डीबीबीएल गन का लाइसेंस लेने का आरोप है। इस मामले में पुलिस ने एफआइआर भी दर्ज की है। राकेश सुलतानपुर जेल में बंद था और जमानत पर छूटकर आया था।

Posted By: Inextlive