- नगर निगम की कार्यकारिणी ने शहर से जुडे़ कई अन्य अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी

- सालभर में पार्षद अब 45 लाख के विकास कार्य करा सकेंगे

LUCKNOW: शहर के हर वार्ड में 45 लाख रुपए के विकास कार्य होंगे। नगर निगम ने कार्यकारिणी ने वार्ड विकास प्राथमिकता निधि(पार्षद कोटा) में दस लाख रुपए की बढ़ोत्तरी कर दी है। कार्यकारिणी के निर्णय के अनुसार 110 वार्डो में सालभर में पार्षद अब 45 लाख के विकास कार्य करा सकेंगे। इसके अलावा मार्ग प्रकाश, जल कल आदि के लिए अलग से 15 लाख रुपए दिए जाएंगे। शहर में 200 शौचालय बनाए जाएंगे। नगर निगम की कार्यकारिणी ने शहर से जुडे़ कई अन्य अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी है। जिसे मंडे को सदन की बैठक में हरी झंडी मिलने की उम्मीद है।

पार्षदों के खाते में विकासन के लिए 45 लाख का बजट

पार्षद को अभी तक 35 लाख रुपए वार्षिक वार्डवार विकास प्राथमिकता निधि मिलती रही है। पार्षदों के जरिए कई बार इसमें बढ़ोत्तरी की मांग की जाती रही है। पर, आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण निगम ने राशि नहीं बढ़ाई। कार्यकारिणी बैठक में सदस्यों ने निधि को बढ़ाए जाने की मांग रखी थी। इस प्रस्ताव को मंजूर करते हुए इसे 45 लाख रुपए तक कर दिया गया है। इसके अंतर्गत 45 लाख में सड़क नाली आदि निर्माण कार्य करा सकेंगे। वहीं पांच लाख में मार्ग प्रकाश, पांच लाख में पार्क एवं तीन लाख में समरसिबल, हैंडपंप तथा दो लाख में मरम्मत आदि कार्य के लिए राशि तय की गई है। विकास निधि बढ़ाए जाने के बाद नगर निगम पर वित्तीय भार न पडे़ इसके लिए जनरल हेड के तहत कार्य न के बराबर होंगे। नामित पार्षदों ने कोटा दिए जाने की मांग की। इस पर चयनित पार्षदों के आपत्ति दर्ज करने पर इसे अस्वीकार कर दिया गया।

अंतिम संस्कार होगा निन:शुल्क

बैंकुठ धाम में अंतिम संस्कार के दौरान क्रिया के लिए निशुल्क पंडा उपलब्ध रहेगा। नगर निगम के माध्यम से निजी संस्था की ओर से इस प्रकार का प्रस्ताव दिया गया है। हालंाकि पंड़ा को नगर निगम मानदेय देगा। वहीं गरीबों के लिए शव वाहन नगर निगम उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा गुलालाघाट में नया विद्युत शव दाह गृह बनाया जाएगा। यहां भी बैेंकुंठ धाम की तरह निशुल्क दाह संस्कार किया जा सकेगा। शवों के संरक्षण के लिए वातानुकूलित ताबूत हर किसी के लिए मिलेंगे।

खरीदी जाएंगी बकट क्ली¨नग मशीनें

जोन भ् व म् में बारिश के पानी की निकासी के लिए दो छोटी जेटिंग मशीन खरीदी जाएंगी। चंदर नगर में ड्रीप ड्रेन की शिकायत होने के चलते चार बकट क्लीनिंग मशीन के लिए सफाई करेगा। रकाबगंज सब्जी मंडी के पास बने कूड़ा घर पर लोगों ने आपत्ति की थी। मेयर ने इसे हटाने के निर्देश दिए हैं।

स्वाईन फ्लू की रोकथाम के लिए सक्रिय हुआ निगम

स्वाईन फ्लू के बढ़ते प्रकोप पर कार्यकारिणी ने चिंता जाहिर की। इसके रोकथाम के लिए नगर निगम के प्रयासों के अंतर्गत आवारा सुअरों के पकड़ने के निर्देश दिए गए हैं। निगम के पास प्रशिक्षित कर्मचारी न होने के कारण कानपुर व कोलकाता से अनुभवी लोगों को बुलाया जाएगा। इसके साथ ही मलिन बस्तियों के साथ ही हर वार्ड में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए सीएमओ से अनुरोध किया गया है। साफ व स्वच्छ पानी की आपूर्ति के लिए जल कल विभाग को निर्देशित किया गया है। खुले हुए मेनहोल ढकने, मेनहोल और सीवर की सफाई आदि कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को बढ़ा मानदेय

नगर निगम, जल कल और मार्ग प्रकाश विभाग में संविदा पर लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। क्7भ् रुपए प्रति दिन मानदेय मिलने पर सीवर की सफाई के लिए जल संस्थान को कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं। इस पर संस्था से रखे जाने वाले समस्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को ख्भ्0 रुपए प्रति दिन देने की घोषणा की है। यह सभी के लिए लागू होगा। इसके बाद से ब्700 मानदेय पाने वाले को म्000 मानदेय मिल सकेगा।

जल कल की एनओसी के लिए बनेगी नीति

शहर में अवैध रूप से अपार्टमेंट बनते जा रहे हैं। इससे रोड क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सीवर व पानी लाइन पर भी अतिरिक्त असर पड़ रहा है। अपार्टमेंट बनाने के लिए जल कल विभाग की एनओसी लेने को व शुल्क लगाए जाने को लेकर नीति बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए कमेटी बनाई गई है। कमेटी में अपर नगर आयुक्त विशाल भारद्वाज, जीएम जल कल, मुख्य अभियंता, मुख्या वास्तुविद्, पार्षद गिरीश मिश्र, अजय दीक्षित, गुड्डु यादव व प्रमोद राजन हैं। यह समिति एक माह में नीति बनाकर नगर आयुक्त को सौपेगी।

अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव

- गीतापल्ली स्थित रैन बसेरा में शिशु संरक्षण गृह चलेगा। इसके लिए एहसास संस्था के साथ निगम ग्यारह महीने अनुबंध करेगा

- शहर में दो नए फुटओवर ब्रिज बनेंगे। जबकि नए प्रस्तावों पर हर साल सिर्फ दो प्रस्ताव ही स्वीकार किए जाएंगे

- सुभाष मार्ग स्थित चुंगी पर व्यवसायिक काम्पलेक्स बनाया जाएगा।

- लालकुंआ कल्याण मंडप अब नगर निगम संचालित करेगा। यह क्भ् हजार रुपए किराए में उपलब्ध होगा

- ख्00भ् में संविदा भर्ती में पद से ज्यादा नियुक्ति होने की जांच होगी। जांच के लिए समिति का गठन किया गया है। इसमें अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव, उप नगर आयुक्त अरविंद राय, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। पीके सिंह, पार्षद सै। यावर हुसैन रेशु, ममता चौधरी, गिरीश मिश्र व विनोद सिंघल हैं।

- पार्किग ठेकेमें पारदर्शिता बढ़ाने के लिए तकनीकि और फाइनेंशियल टेंडर होंगे। माफियाओं के दखल को रोकने के लिए डीएम, नगर आयुक्त व जोनल कार्यालयों पर भी बाक्स उपलब्ध होंगे।

ऑन लाइन जमा होगा जल कर

नगर निगम की तरह जल कल विभाग की भी जोनिंग प्रणाली लागू होगी। निगम में आठ जोन होने के बाद जल कल में भी आठ जोन होंगे। इसके साथ ही जल कर जमा करने के लिए ऑन लाइन साफ्टवेयर डेवलप किया जाएगा। इसके लिए संस्था का चयन पंद्रह दिनों में होगा। साफ्टवेयर विकसित होने के बाद जल कर संबंधी समस्त भुगतान ऑन लाइन जमा हो सकेंगे। वहीं नगर निगम में दो नए जोनों के कार्यालय के लिए भूमि चयन का निर्णय लिया गया है।

आधुनिक प्रणाली से होगा समस्त भवनों का कर निर्धारण

गृहकर निर्धारण से छूट रहे तीस प्रतिशत भवनों को कर के दायरे में लाने के लिए आधुनिक प्रणाली पर नगर निगम काम करेगा। हालंाकि इसके लखनऊ शहर के स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद ही संभव हो सकेगा। मेयर ने बताया कि हैदराबाद में इस प्रणाली के तहत काम हो रहा है। इसमें कुछ ही घंटे में एक क्षेत्र के समस्त भवनों की पूरा विवरण प्राप्त हो जाता है। कर के दायरे में लाने के लिए एक अप्रैल से सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं। अवैध रूप से लगी होडिंगों का भी सर्वे कराया जाएगा। स्मार्ट सिटी में शहर का चयन होने के बाद समस्त कार्य पेपर लेस होंगे।

अवैध कनेक्शन होंगे वैध

पानी के अवैध कनेक्शनों को वैध करने के लिए एक मुश्त समाधान योजना के तहत शिविर लगाए जाएंगे। महापौर डॉ। दिनेश शर्मा ने बताया कि एक हजार वर्ग मीटर वाले भवनों के लिए क्0भ्0 रुपए व भ्00 वर्ग मीटर वालों को भ्भ्0 रुपए जमा करना होगास्। यह योजना एक अप्रैल से फ्क् मई तक प्रभावी रहेगी।

साढे़ सोलह अरब का बजट मंजूर

आगामी वित्तीय वर्ष ख्0क्भ्-क्म् के लिए नगर निगम कार्यकारिणी ने क्म्म्भ्0भ्.79 लाख रुपए के आय व्यय को मंजूरी दी। कार्यकारिणी ने नाला सफाई के लिए भ्0 लाख और मार्ग प्रकाश सामग्री के लिए भ्0 लाख रुपए की और बढ़ोत्तरी की है। मूल बजट गत वर्ष की तुलना में फ्क्क्9भ् लाख रुपए अधिक है। वहीं जलकल विभाग का बजट ख्0क्.क्9 लाख रुपए का होगा। विकास कार्याें के लिए बजट

मद का नाम खर्च लाखों में

नाला सफाई ब्भ्0

आकस्मिक व्यय एवं सफाई उपकरण क्क्00

पेट्रोल एवं डीजल ख्ख्00

विद्युत नए निर्माण कार्य म्00

बिजली सामान क्रय भ्भ्0

भवन निर्माण एवं मरम्मत भ्भ्0

सड़क मरम्मत एवं नवीनीकरण 88भ्0

यातायात ट्रैफिक भ्00

शहरी निर्धन फ्000

जल कल का बजट

मद का नाम खर्च करोड़ में

अधिष्ठान पर व्यय क्ख्0.ख्8

विद्युत एवं ऊर्जा भ्भ्

पूर्तियां एवं रसायन 8.7फ्

सामान्य मरम्मत क्0.ब्0

अन्य फ्.क्9

देय ब्याज फ्.भ्ब्

उपकर 0.0भ्

कुल ख्0क्.क्9

Posted By: Inextlive