241 जर्जर भवनों पर मंडराया खतरा, हो सकती है अनहोनी
लखनऊ (ब्यूरो)। मौसम में बदलाव और बारिश होने के कारण एक बार फिर से राजधानी के जर्जर भवनों पर खतरा मंडरा रहा है। तेज बारिश के दौरान ये भवन गिर सकते हैैं। नगर निगम की ओर से इन्हें चिन्हित तो कर लिया गया है और नोटिस भी जारी कर दी गई है, लेकिन अभी तक इनके खिलाफ कोई ठोस एक्शन नहीं लिया जा सका है।ये बिल्डिंग बेहद जर्जरअगर आप अमीनाबाद के गुइन रोड से गुजर रहे हैं, तो यहां चौराहे पर स्थित एक बिङ्क्षल्डग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है और किसी दिन भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद नगर निगम की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसी तरह राजधानी में 240 ऐसे प्वाइंट्स हैैं, जहां जर्जर बिल्डिंग खतरे की घंटी बन चुकी हैै।इन इलाकों में जर्जर बिल्डिंग्स
बारिश के दौरान जर्जर बिङ्क्षल्डग खतरनाक साबित होती हैं और हादसे भी होते रहे हैं। पुराने मोहल्लों में ऐसे जर्जर भवनों की संख्या अधिक है। तमाम भवनों में मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा है और अदालत में मामला लंबित है। इसमें अमीनाबाद, बशीरतगंज, नजरबाग, गणेशगंज, मौलवीगंज, लालकुआं, वजीरगंज, मोतीनगर, ऐशबाग, यहियागंज, तिलकनगर, राजाबाजार, राजेंद्र नगर, मालवीय नगर, डालीगंज, अलीगंज, फैजुल्लागंज, निशातगंज, पेपर मिल कालोनी, आलमबाग, केसरीखेड़ा, चौक, सआदतगंज, हुसैनाबाद, अशर्फाबाद, भवानीगंज में जर्जर भवन अधिक पाए गए हैं।नगर निगम के जोन (कहां कितने जर्जर भवन) जोन बिल्डिंगएक 121दो 46तीन 13चार 11पांच 5छह 45*********************************************बिना लाइसेंस डॉग पालने वाले 11 लोगों पर जुर्माना
नगर आयुक्त के निर्देश पर नगर निगम द्वारा बिना लाइसेंस डॉग पालने वालों के खिलाफ जुर्माना संबंधी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में गुरुवार को गोखले मार्ग, महाराणा प्रताप मार्ग, बटलर पैलेस कॉलोनी, डालीबाग कॉलोनी, पार्क रोड हजरतगंज तथा जोन-4 अंतर्गत विपुल खंड, विशाल खंड, पत्रकार पुरम चौराहा आदि क्षेत्रों में प्रवर्तन दल तथा विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से डॉग लाइसेंस चेकिंग अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान दौरान कुल 11 लोग बिना लाइसेंस लिए डॉग पालते मिले। जिनसे मौके पर 46 हजार रुपये जुर्माना वसूल किया गया। अपर नगर आयुक्त डॉ। अरविंद राव ने बताया कि वर्तमान में विदेशी तथा उनके क्रॉस ब्रीड डॉग की लाइसेंस फीस एक हजार रुपये तथा देसी नस्ल के डॉग की लाइसेंस फीस 200 रुपये है। पशु कल्याण अधिकारी डॉ। अभिनव वर्मा ने बताया कि अभी तक मात्र 2040 लाइसेंस बने हैं, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 8000 लाइसेंस बने थे। लाइसेंस चेकिंग के दौरान जुर्माना जमा न जमा करने की स्थिति में डॉग को जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।