Lucknow Nagar Nigam News: एक तरफ जहां नगर निगम के कर्मचारी पीएफ और पेंशन एरियर के लिए परेशान हैैं वहीं दूसरी तरफ अब चिकित्सा प्रतिपूर्ति को लेकर भी सवाल उठने लगे हैैं। आलम यह है कि एक दर्जन से अधिक वर्तमान और सेवानिवृत्त कर्मचारी चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए भटक रहे हैैं लेकिन उन्हें भुगतान नहीं हो रहा है। जिसकी वजह से उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैैं। कर्मचारी संघ ने फिलहाल पूरे मामले से शहर सरकार को अवगत कराया है और मांग की है कि इस समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाए।

लखनऊ (ब्यूरो)। Lucknow Nagar Nigam News: शहर सरकार की ओर से कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी सुविधा दी गई है। यह सुविधा सभी वित्तीय वर्षों में दी जाती है। इसकी राशि में बदलाव जरूर संभव है। इसके अंतर्गत साफ है कि अगर कोई कर्मचारी किसी बीमारी से पीडि़त है तो अपना किसी भी अस्पताल से इलाज करा सकता है और ट्रीटमेंट संबंधी रसीद निगम में जमा करें। इसके बाद उक्त रसीदों का सत्यापन कराया जाएगा। सत्यापन संबंधी प्रक्रिया पूरी होते ही भुगतान संबंधित कर्मचारी के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। फिलहाल अब ऐसा नहीं हो रहा है, जिसकी वजह से कर्मचारियों को भुगतान के लिए निगम कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैैं।

एक दर्जन से अधिक कर्मचारी
कर्मचारी संघ की माने तो वर्तमान समय में करीब एक दर्जन से अधिक ऐसे कर्मचारी हैैं, जो तीन से चार माह से चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए भटक रहे हैैं। इसके बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कर्मचारियों की ओर से इलाज में पैसा भी लगा दिया गया लेकिन अब भुगतान न होने से उनकी वित्तीय स्थिति भी खराब हो रही है। कर्मचारी संघ की माने तो नगर निगम के साथ-साथ जलकल के भी आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी हैैं, जिनके सामने भी चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी समस्या सामने आ रही है।

कार्यकारिणी में प्रस्ताव नहीं
कर्मचारी संघ ने उक्त समस्या को लेकर शहर सरकार को पत्र भी लिखा था और आश्वासन दिया गया था कि गुरुवार को होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में उक्त प्रस्ताव को लाया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसकी वजह से कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और पीडि़त कर्मचारी खासे आक्रोशित हैैं। उनकी ओर से मांग की गई है कि हर हाल में कार्यकारिणी की बैठक में उक्त प्रस्ताव को लाया जाए। जिससे दर्जनों कर्मचारियों को राहत मिल सके।

पत्र के साथ लिस्ट भी भेजी
कर्मचारी संघ की ओर से 28 सितंबर को भेजे गए पत्र के साथ ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट भी भेजी गई है, जिन्हें चिकित्सा प्रतिपूर्ति की जानी है।

2 लाख से लेकर 10 लाख तक बाकी
पत्र के साथ जो लिस्ट भेजी गई है, उससे साफ है कि 2 लाख से लेकर 10 लाख तक की चिकित्सा प्रतिपूर्ति कर्मचारियों को की जानी है। कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि रुचि श्रीवास्तव को 3 लाख 80 हजार, सुधीर चावला (सेवानिवृत्त) 3 लाख 10 हजार, बलराम (सेवानिवृत्त) 7 लाख 9 हजार, मंजू रानी 10 लाख 28 हजार समेत कई कर्मचारी हैैं, जिन्हें भुगतान किया जाना है।

इतना आसान नहीं
कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार मतलब आज होनी है। ऐसे में कर्मचारी संघ की ओर से की गई मांग पूरी होती नजर नहीं आ रही है। पूरी संभावना है कि चुनाव से पहले यह कार्यकारिणी की अंतिम बैठक हो सकती है। इसकी वजह से कर्मचारी संघ जोरशोर से उक्त मुद्दा उठा रहा है। जिससे पीडि़त कर्मचारियों को राहत मिल सके।

यह था प्राविधान
शहर सरकार की ओर से हर साल जारी होने वाले बजट में नगर निगम कर्मियों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के मद में धनराशि संबंधी विवरण भी जारी किया जाता है। जो इस प्रकार है।

वित्तीय वर्ष राशि (लाख में)
वर्ष 2020-21 170.00
वर्ष 2019-20 50.00
वर्ष 2018-19 75.00


यह बात सही है कि वर्तमान और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इस संबंध में मेयर को पत्र लिखा गया है और उक्त प्रस्ताव को कार्यकारिणी में शामिल कराने की मांग की गई है। जिससे कर्मचारियों को राहत मिल सके।
आनंद वर्मा, अध्यक्ष, नगर निगम कर्मचारी संघ

Posted By: Inextlive