- पैतृक जमीन बेचने से मना करने पर बेटे ने की मां की हत्या

- पहले पीटकर किया अधमरा फिर घोंट दिया गला

LUCKNOW: निगोहां के कलासरखेड़ा गांव में बेटे ने अपनी ही मां की पीटकर हत्या कर दी। उसके आंचल से ही उसका गला घोंट दिया। हत्या से पहले बेटे ने पीट पीटकर अधमरा कर दिया और फिर मौत के घाट उतारकर फरार हो गया। हत्या की वजह मां के पैतृक संपत्ति में मिली जमीन को बेचने से इंकार की बात सामने आई है। मंगलवार सुबह पड़ोसियों ने घर के बाहर शव पड़ा देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस आरोपी बेटे की तलाश कर रही है।

जमीन बेचने का बना रहा था दबाव

निगोहां के कलासरखेड़ा गांव में लीलावती (55) के परिवार में दो बेटे संजय और संगम व बेटी राजरानी है। पति श्रीकेशन की चार साल पहले मौत हो गई थी। बेटे संजय व बेटी राजरानी की शादी हो चुकी है। लीलावती अपने दोनों बेटों से अलग गांव में ही रहती थी। बड़ा बेटा गांव में ही रहता था जबकि छोटा बेटा शहर में रहकर मजदूरी करता था। ग्रामीणों व परिजनों के मुताबिक बड़ा बेटा संजय नशे का लती है। वह आये दिन अपनी मां लीलावती से जमीन बेचने का दबाव बना रहा था।

मां से करता था मारपीट

जमीन बेचने की बात को लेकर संजय व उसकी मां के बीच अक्सर विवाद होता था। रात को नशे में धुत होकर संजय अपनी मां को मारता पीटता था। सोमवार रात को भी संजय शराब के नशे में धुत होकर घर पहुंचा। उसने जमीन बेचने के लिए कहा तो मां ने इंकार कर दिया। विरोध करने पर संजय ने लीलावती को पीटना शुरू कर दिया। पिटाई से लीलावती बेसुध होकर जमीन पर गिर गई। इसके बाद लालची बेटे ने मां की साड़ी के आंचल से उसका गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया और वहां से फरार हो गया। मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने छोटे बेटे संगम और पुलिस को सूचना दी। इंस्पेक्टर नंदकिशोर के मुताबिक आरोपी बेटे की तलाश की जा रही है।

पत्‍‌नी पर भी किया था हमला

शराब का लती संजय चार महीने पहले पत्‍‌नी पर भी हमला कर चुका था। संजय की हरकतों से परेशान होकर उसकी पत्‍‌नी छोड़कर मायके चली गई। आरोप है कि संजय ने अपनी पत्‍‌नी और मां के गहने भी शराब के लिए बेच दिये। पत्‍‌नी से रुपये के लिए आए दिन मारपीट करता था। पत्‍‌नी के मायके चले जाने के बाद वह नशे के लिए रुपये की जरूरत पूरा करने के लिए मां से विवाद करने लगा।

दो महीने पहले हुई थी वरासत

संजय के पिता की मौत के बाद वह आये दिन जमीन को लेकर घर में विवाद करता रहता था। दो महीने पूर्व ग्राम प्रधान की मदद से पैतृक 18 बिसवां भूमि दोनों बेटों और मां के नाम वरासत हुई । इसके बाद संजय अपनी मां पर दबाव बनाने लगा कि वह भी अपने हिस्से की जमीन हमारे साथ बेच दे। जमीन को बेचने का लीलावती लगातार विरोध कर रही थी, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद बना रहता था और विवाद सोमवार को मौत तक पहुंच गया। हत्या के बाद संजय ने जमकर शराब पी और मां को कोसता रहा कि अगर वह जमीन बेच देती तो उन्हें मारता नहीं।

Posted By: Inextlive