- अवध-ए-शाम कार्यक्रम में पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने बताई बात

- यतींद्र मिश्रा ने भी अपने गोल्ड मेडल के बारे में दिलाया याद

LUCKNOW :

शताब्दी वर्ष के अवसर पर शाम को आयोजित अवध-ए-शाम कार्यक्रम में पद्मश्री मालिनी अवस्थी व प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ। यतींद्र मिश्र मौजूद थे। इस दौरान मालिनी अवस्थी ने एलयू में बताए अपने पुराने दिनों की यादें स्टूडेंट्स और वहां मौजूद लोगों से साझा कीं। उन्होंने कहा कि आज जो स्टूडेंट्स मेरे कार्यक्रम के दौरान हूटिंग कर रहे हैं उन्हें बताना चाहती हूं की मैं भी यहीं की स्टूडेंट रही हूं। मेरे समय में भी इसी तरह से हूटिंग होती थी। स्टूडेंट्स से बस यही कहूंगी, हूटिंग में मैं उनकी अम्मा हूं। उनके इस अंदाज को देखकर वहां मौजूदा सभी खिलखिलाकर हंसने लगे।

सास को नहीं था विश्वास

चर्चा के दौरान मालिनी अवस्थी ने अपने गोल्ड मेडल के बारे बताया कि एक अखबार शताब्दी वर्ष के अवसर पर उनका इंटरव्यू ले रहा था। इस दौरान कुछ अलग हटकर बताने को कहा। मैंने अपने गोल्ड मेडल के बारे में बताया। आज फिर यूनिवर्सिटी में हूं, फिर से यह बात कह रही हूं। उन्होंने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब मैं शादी कर ससुराल गई तो, मेरी सास ने पूछा तुमको कहीं फर्जी गोल्ड मेडल तो नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोगों को लगता है कि आ‌र्ट्स, गायन और कला की तरफ रुचि रखने वाले लोग पढ़ाई में कमजोर होते हैं। पर ऐसा नहीं हम जैसे कलाकार भी पढ़ाई में काफी तेज रहे हैं। इस दौरान साहित्यकार यतींद्र मिश्रा ने भी अपने गोल्ड मेडल का जिक्र किया।

Posted By: Inextlive