एक तरफ जहां नगर निगम की ओर से मलबे के खिलाफ रोज कार्रवाई की जा रही है वहीं दूसरी तरफ इस कार्रवाई का कोई व्यापक असर देखने को नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि राजधानी के प्रमुख मार्गों के किनारे मलबे के ढेर लगे हुए हैैं जिसकी वजह से एक तरफ तो एयर पॉल्यूशन का ग्राफ बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ दिन भर उड़ती धूल से राहगीर खासे परेशान हो रहे हैैं।

लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम की ओर से सभी आठ जोन में रोड साइड मलबा फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान मलबा उठाने के साथ ही उसे फेंकने वालों से जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है। इसके बावजूद कई ऐसे स्थान हैैं, जहां अभी तक मलबे के ढेर लगे हुए हैैं और वो भी प्राइम लोकेशन पर।

कोई खौफ नहीं
जिन लोगों ने भी रोड साइड मलबे के ढेर लगा रखे हैैं, उनमें निगम की कार्रवाई का फिलहाल कोई खौफ नहीं है। उन्हें अच्छी तरह से पता है कि उन पर जुर्माना लग सकता है, बावजूद इसके मलबे के ढेर को हटाने के लिए कोई कवायद तक नहीं की जा रही है।

यहां लगे हैैं ढेर
पहला प्वाइंट-हुसैनगंज रोड
स्थिति-यहां पर रोड साइड निर्माण सामग्री का ढेर लगा हुआ है और आसपास दुकानें भी संचालित हैैं। इसकी वजह से हादसा भी हो सकता है।

दूसरा प्वाइंट- लालकुआं रोड
स्थिति-यहां पर भी रोड साइड मलबे का ढेर आसानी से देखा जा सकता है। इसकी वजह से दिन भर लोगों को खासी परेशानी होती है।

तीसरा प्वाइंट-नरही
स्थिति-इस प्वाइंट पर सड़क किनारे भारी मात्रा में निर्माण सामग्री के ढेर लगे हुए हैैं। यहां से गुजरने वाले लोगों को धूल के कारण मुंह पर रूमाल इत्यादि रखनी पड़ती है।

चौथा प्वाइंट-केथेड्रल स्कूल के पास
स्थिति-मेन रोड किनारे स्कूल के गेट के पास मिट्टïी के ढेर लगे हुए हैैं। इसकी वजह से एयर पॉल्यूशन के ग्राफ में इजाफा देखने को मिल सकता है।

भारी जुर्माने का प्राविधान
निगम प्रशासन की ओर से पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है कि रोड साइड मलबा फेंकने वालों से भारी जुर्माना वसूल किया जाएगा। मलबा फेंकने वालों से जुर्माने की राशि 5 हजार से 50 हजार तक वसूल की जा सकती है।

Posted By: Inextlive