आरटीओ के प्रवर्तन अधिकारियों के अनुसार दस हजार ई रिक्शा कबाड़ हो चुके हैं। इन्हें पकड़कर बंद करने के लिए शहर में चार स्थानों पर जमीन की मांग परिवहन विभाग ने की थी।


लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ आरटीओ कार्यालय के अधिकारी प्रतिबंधित रूटों पर दौड़ रहे ई रिक्शा बंद कर रहे हैं, वहीं शहर के थानों में अब ई रिक्शा पुलिस वाले खड़ा नहीं होने दे रहे हैं। ऐसे में चेकिंग अधिकारी चालान कर इन ई रिक्शा को छोडऩे के लिए मजबूर हैं। चौक कोतवाली, कृष्णा नगर और सरोजनी नगर थानें में बंद किए गए ई रिक्शा के चलते अब वहां पर जगह नहीं बची है। नाका थाना में पहले ही जगह नहीं है। फिलहाल ई रिक्शा को बंद किए जाने को लेकर एक जमीन की तलाश चल रही है। इसके बाद ही ई रिक्शा फिर से बंद किए जा सकेंगे।अभी नहीं मिली जमीन
आरटीओ के प्रवर्तन अधिकारियों के अनुसार दस हजार ई रिक्शा कबाड़ हो चुके हैं। इन्हें पकड़कर बंद करने के लिए शहर में चार स्थानों पर जमीन की मांग परिवहन विभाग ने की थी लेकिन नगर निगम अभी तक आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस को खाली जमीन उपलब्ध नहीं करा सका है। ऐसे में ई रिक्शा को पकड़कर बंद करने की व्यवस्था दम तोड़ रही है। ई रिक्शा निस्तारण के लिए भी शासन ने कोई निर्देश नहीं दिए हैं। इससे इन्हें कबाड़ भी घोषित नहीं किया जा सकता है। आरटीओ संदीप कुमार पंकज बताते हैं कि बिना नियमावली के ई रिक्शा कबाड़ घोषित नहीं किया जा सकता है। इसके लिए शासन को लिखा गया है।**************************************आठ हजार वर्ग फीट से हटाया गया कब्जाएलडीए की ओर से अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई जारी है। एलडीए सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि गोमती नगर विस्तार के सेक्टर 1 में मखदूमपुर से लगी हुई प्राधिकरण की अर्जित व नियोजित भूमि पर कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर पक्के निर्माण करा लिए थे। जिसके विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। जिसके अनुपालन में तहसीलदार अर्जन शशिभूषण पाठक, सहायक अभियंता नरेंद्र कुमार, अर्जन अमीन सुनील, सुपरवाइजर पंकज और त्रिपुरारी पांडेय की मौजूदगी में अवैध अतिक्रमण ध्वस्त किया गया। तहसीलदार अर्जन शशिभूषण पाठक ने बताया कि लगभग 8000 वर्ग फुट जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाया गया है। जमीन की कीमत करीब ढाई करोड़ रुपए है।

Posted By: Inextlive