कोविड के बढ़ते केसेस को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है। अब अगर घर में कोई एक भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होता है तो पूरे परिवार की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी। अभी तक सिर्फ एक या दो सदस्यों की ही जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाती थी।

लखनऊ (ब्यूरो) । अभी तक की बात की जाए तो जीनोम सिक्वेंसिंग उन्हीं लोगों की कराई जाती थी, जो कोविड पॉजिटिव होते थे और दूसरे प्रदेश या विदेश से आते थे, लेकिन अब हर एक कोविड पेशेंट के फैमिली मेंबर्स की जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी, जिससे यह पता लगाया जा सके कि कोरोना के किस वैरिएंट ने अपनी दस्तक दी है।

ओमिक्रॉन की पहचान पर फोकस
इस कदम को उठाने की वजह यही है कि कोविड के वैरिएंट की पहचान की जा सके। अभी राजधानी में ओमिक्रॉन के सात से आठ केसेस हैैं। ऐसे में हेल्थ डिपार्टमेंट की कवायद यही है कि इस वैरिएंट की समय पर पहचान हो सके साथ ही अन्य लोगों को इसकी गिरफ्त में आने से बचाया जा सके।

रोज बनेगी हेल्थ रिपोर्ट
एक कदम यह भी उठाया जा रहा है कि कोविड पीडि़त पेशेंट की रोज की रोज हेल्थ रिपोर्ट भी बनाई जाएगी। इस दौरान उसके फैमिली मेंबर्स की हेल्थ पर भी नजर रखी जाएगी। जिससे अगर किसी मेंबर को अनकंफर्ट फील होता है तो तत्काल उसे मेडिकल हेल्प दी जा सके।

दिन में चार से पांच बार फोन
कोविड कमांड सेंटर से कोविड पेशेंट को दिन में चार से पांच बार फोन करके उसकी हेल्थ के संबंध में जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही उसे मेडिसिन लेने और सुझाव भी दिए जाएंगे। उन्हें यह भी बताया जाएगा कि किस तरह से वह दूसरों को अपने से सेफ रख सकते हैैं। वहीं दूसरी तरफ नगर निगम की ओर से कोविड पेशेंट के घर दिन में कम से कम एक बार जरूर सेनेटाइजेशन कराया जाएगा। निगम प्रशासन की ओर इस बाबत जोनवार सेनेटाइजेशन टीमें बनाई गई हैैं। जिनकी मॉनीटरिंग कमांड सेंटर से की जा रही है। इतना ही नहीं, सेनेटाइजेशन के बाद संबंधित घर की फोटो भी अपलोड की जाएगी। जिससे सेनेटाइजेशन को लेकर कोई खेल न हो सके। सेनेटाइजेशन को लेकर जोनवार मॉनीटरिंग टीमें भी बनाई जा रही हैैं।

ये कदम पहले से उठाए जा रहे

1-रेलवे स्टेशन-बस अड्डे पर सख्ती
कोविड के बढ़ते केसेस को देखते हुए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर खासी सख्ती बढ़ा दी गई है। स्पष्ट निर्देश दिए गए हैैं कि बाहर से आने वाले सभी पैसेंजर्स की कोविड जांच जरूर कराई जाए। इसके साथ ही उनके हेल्थ संबंधी हिस्ट्री का भी रिकॉर्ड बनाया जाए और उसे कोविड कमांड सेंटर से भी शेयर किया जाए।

2-मोहल्ला समितियां हुईं एक्टिव
तत्काल प्रभाव से मोहल्ला समितियों को भी एक्टिव कर दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से मोहल्ला समितियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैैं कि अगर किसी मोहल्ले में कोविड पेशेंट है और वो होम आईसोलेट है तो उसकी हेल्थ पर नियमित रूप से नजर रखी जाए।

3-नो मास्क नो एंट्री-

डीएम के निर्देश के बाद राजधानी में नो मास्क नो एंट्री इन शॉप का कांसेप्ट लागू कर दिया गया है। इसके लिए व्यापार मंडलों को भी जिम्मेदारी दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से उक्त कदम की मॉनीटरिंग के लिए टीमें बनाई गई हैैं, जो औचक निरीक्षण कर वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट बना रही हैैं। जिससे कोई लापरवाही न हो सके। कोविड कमांड सेंटर में भी इस बाबत रिपोर्ट बन रही है।

अधिक पैसा वसूला तो कार्रवाई
जिला प्रशासन की ओर से पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैैं कि अगर किसी भी अस्पताल ने कोविड पेशेंट से इलाज के नाम पर अधिक पैसा वसूला तो प्रबंधन के खिलाफ एपेडेमिक एक्ट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही हॉस्पिटल वाइज यह भी व्यवस्था की जा रही है कि रोज शाम को कोविड पेशेंट का मेडिकल बुलेटिन उसके फैमिली मेंबर्स को दिया जाए। जिससे फैमिली मेंबर्स के मन में किसी भी प्रकार की कोई चिंता न रहे। कोविड कमांड सेंटर से इसकी भी मॉनीटरिंग की जा रही है, जिससे कोई लापरवाही न हो।

Posted By: Inextlive