बीते वर्ष की तुलना में इस साल लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़क हादसे बढ़ गए हैं। बीते जनवरी से अगस्त तक जहां 100 हादसे हुए थे। वहीं इस वर्ष बढ़कर 112 हादसे हुए। हादसों में पिछले वर्ष जहां 71 लोग मारे गए वहीं इस वर्ष 82 लोगों की मौत हुई। घायलों की संख्या 44 से बढ़कर 69 हो गई।


लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ की सड़क पर जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। लखनऊ की सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं के आंकड़े बढ़ गए हैं। बीते साल की तुलना में इस वर्ष जनवरी से अगस्त तक डेढ़ गुना अधिक रोड एक्सीडेंट हुए हैं। इस दौरान सड़क हादसों में 311 लोगों की जान चली गई। बीते वर्ष इतने समय में 187 की मौत हुई थी। सड़क सुरक्षा समिति की रिपोर्ट देखकर परिवहन विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। समिति के अधिकारी जहां हादसों पर लगाम लगाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, वहीं बढ़ते हादसों ने इनकी चिंता बढ़ा दी है। हादसों से यह साबित हो गया कि अब तक इनसे निपटने के लिए किए गए सभी प्रयास बेकार साबित हो रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, बीते वर्ष की तुलना में इस साल लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़क हादसे बढ़ गए हैं। बीते जनवरी से अगस्त तक जहां 100 हादसे हुए थे। वहीं इस वर्ष बढ़कर 112 हादसे हुए। हादसों में पिछले वर्ष जहां 71 लोग मारे गए वहीं इस वर्ष 82 लोगों की मौत हुई। घायलों की संख्या 44 से बढ़कर 69 हो गई।लखनऊ में हुई दुर्घटनाएं- वर्ष 2021 में आठ महीनों 528 और 2022 में 805 दुर्घटनाएं हुईं
- पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सड़क हादसों में 124 लोग अधिक मरेप्रदेश भर में हुई दुर्घटनाएं (जनवरी से अगस्त)- वर्ष 2021 में 24513- वर्ष 2022 में 27871दुर्घटनाएं कम करने के लिए प्रदेश भर नुक्कड़ नाटक और जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई भी की जा रही है।-पुष्पेंद्र सत्यार्थी, अपर परिवहन आयुक्त, सड़क सुरक्षा

Posted By: Inextlive