8 जोन में बंटा है नगर निगम

50 से अधिक ओपन डंपिंग प्वाइंट्स

70 स्थानों पर लगे हुए हैं कॉम्पैक्टर्स

- योजनाएं तो बनीं लेकिन अभी तक ओपन डंपिंग प्वाइंट की समस्या बरकरार

LUCKNOW

स्मार्ट शहर लखनऊ में ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की काफी समस्या है। इसे दूर करने के लिए कई बार कवायद की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। निगम प्रशासन को इस समस्या की तरफ तत्काल ध्यान देने की जरूरत है, जिससे ओपन डंपिंग प्वाइंट्स का ग्रहण समाप्त हो सके।

ओपन डंपिंग प्वाइंट्स

ओपन डंपिंग प्वाइंट्स, वो स्थान हैं, जहां खुले में कूड़ा फेंक दिया जाता है। खुले स्थान पर कूड़े के ढेर लगने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और बीमारियां फैलने का भी डर रहता है।

कॉम्पैक्टर से समस्या होगी दूर

ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की समस्या समाप्त करने के लिए इन स्थान पर कॉम्पैक्टर लगाने संबंधी कदम उठाया गया था। अभी 70 से अधिक स्थानों पर कॉम्पैक्टर लगे हुए हैं, हालांकि अभी 50 से अधिक स्थान ऐसे हैं, जहां कॉम्पैक्टर लगाया जाना जरूरी है।

स्वच्छता सर्वेक्षण में अंक

हर साल होने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण की परीक्षा में ओपन डंपिंग प्वाइंट्स संबंधी स्थिति को लेकर अंक भी दिए जाते हैं। दो साल पहले सर्वेक्षण में इस व्यवस्था पर निगम को अंकों का नुकसान उठाना पड़ा था। हालांकि पिछले साल निगम को बेहतर अंक मिले।

मॉनीटरिंग सिस्टम की जरूरत

इस दिशा में भी मॉनीटरिंग सिस्टम की जरूरत है। ओपन डंपिंग प्वाइंट्स की स्थिति को लेकर कोई मॉनीटरिंग नहीं हो रही है, जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है। निगम प्रशासन को तत्काल इस दिशा में कदम उठाए जाने की जरूरत है।

जागरुकता बेहद जरूरी

निगम प्रशासन को पब्लिक के साथ-साथ अपने कर्मचारियों को भी जागरुक करना होगा। उन्हें बताना होगा कि गली-मोहल्ले से निकलने वाले वेस्ट को इधर-उधर न फेकें, बल्कि प्रॉपर गाडि़यों के माध्यम से शिवरी प्लांट पहुंचाएं। वहीं पब्लिक को भी जानकारी दी जाए कि सड़क पर वेस्ट न डालें, बल्कि डस्टबिन में ही रखें।

समय से उठे कूड़ा

निगम प्रशासन को यह भी ध्यान देना होगा कि अगर कहीं ओपन डंपिंग प्वाइंट्स हैं या कॉम्पैक्टर लगे हुए हैं, तो वहां पर कैमरे आदि की व्यवस्था की जाए। पहले यह योजना बनी थी लेकिन अभी तक इंप्लीमेंट नहीं हो सकी। निगम प्रशासन को टाइमिंग भी निर्धारित करनी होगी, जिसके अनुसार ही डंपिंग प्वाइंट्स से वेस्ट कलेक्ट कर शिवरी प्लांट पहुंचाया जाए।

राजधानी के कुछ खास एरिया को छोड़ दिया जाए तो बाकी जगह सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। जगह-जगह रोड पर आपको गंदगी के अंबार दिख जाएंगे। इसे दूर किया जाए।

सत्यम द्विवेदी

लालकुआं एरिया में सफाईकर्मी रोज सुबह सफाई तो करते हैं लेकिन इसके बाद लोग घरों के बाहर कूड़ा डाल देते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ चालान संबंधी कदम निगम प्रशासन उठाए।

दीपक

कैसरबाग सब्जीमंडी के आसपास रोड पर आए दिन कूड़ा पड़ा रहता है। स्थानीय लोगों और व्यापारियों को यहां कूड़ा न डालने के लिए कहा जाए। कूड़ा होने से यहां आवारा जानवरों की संख्या भी बढ़ रही है।

मनीष चंद्रा

Posted By: Inextlive