लोहिया संस्थान में वल्र्ड हार्ट डे के अवसर पर दिल के मरीजों के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है। इसके तहत हार्ट फेल्योर-पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन यानि पीएएच क्लीनिक की शुरुआत की गई है जो हर सोमवार को दोपहर 2-4 बजे तक रूम नंबर 22 में चलेगी। यहां डॉ। आशीष झा मरीजों को देखेंगे। इससे दिल की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को सुपर स्पेशलिस्ट एक्सपर्ट की सलाह मिलने से राहत मिलेगी।

लखनऊ (ब्यूरो)। कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो। भुवन चंद्र तिवारी के मुताबिक पीएएच एक तरह की बीमारी है, जिसमें फेफड़े की धमनियां सिकुड़ जाती हैं या उनका बीपी बढ़ जाता है। किसी को जल्दी थक जाना, चलने पर सांस फूलना, सीने में भारीपन होना या शरीर अथवा पेट में सूजन आना इसके लक्षणों में से एक है। यह बीमारी आमतौर पर कम उम्र यानि 30 वर्ष से कम उम्र के लोगों में ज्यादा पाई जाती है। कम उम्र में होने वाली इस समस्या के समाधान के लिए ही इस क्लीनिक की शुरुआत की जा रही है।

लाइफस्टाइल बदलना जरूरी
क्लीनिक के माध्यम से न केवल मरीजों को इलाज मिलेगा, बल्कि उनको अवेयर भी किया जायेगा। क्योंकि अन्य देशों की तुलना में हमारे देश में बीमारियां दस वर्ष पहले होने लगती हैं और आजकल युवा इसकी चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह खराब लाइफ स्टाइल, एक्सरसाइज न करना, फास्ट फूड का ज्यादा सेवन, नशा करना, तनाव लेना आदि वजह है। ऐसे में केवल अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर ही हम हेल्दी लाइफ जी सकते हैं।

इन मरीजों को मिलेगा लाभ
वो मरीज जिनकी दिल की मांसपेशियां अथवा पंपिंग कमजोर है
चलने या लेटने पर सांस फूलना
पांव या शरीर में सूजन होना
पहले से हार्ट फेल्योर या पीएएच डायग्नोस हो चुका है
पीएएच की दवाइयां चल रही हो

Posted By: Inextlive