राजधानी में कोरोना और ठंड का असर अस्पतालों की ओपीडी में देखने को मिल रहा है। जहां पहले के मुकाबले ओपीडी में मरीजों की संख्या आधी रह गई है। वहीं सैंपल कलेक्शन की संख्या भी 30-35 फीसद कम हो गई है। हालांकि इमरजेंसी में मरीजों का लोड बढ़ गया है। अधिकारियों की माने तो ओपीडी में पहले के मुकाबले कम मरीज दिखाने आ रहे हंै।

लखनऊ (ब्यूरो)। बलरामपुर, सिविल, अस्पताल, लोकबंधु आदि में मरीजों की संख्या आधे से भी कम रह गई है। वहीं ओपीडी में जो मरीज आ रहे हैं उसमें अधिकतर सर्दी-जुकाम और बुखार के दिल और अस्थमा के मरीज आ रहे हैं। स्किन के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है।


बलरामपुर अस्पताल
अस्पताल के सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता बताते हैं कि मौसम में बदलाव के कारण मरीजों की संख्या में कमी आयी है। ओपीडी सामान्य दिनों की तरह चल रही है। सभी मरीजों को देखा जा रहा है।

सिविल अस्पताल
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ। आरपी सिंह ने बताया कि ओपीडी में पहले के मुकाबले कम मरीज आ रहे है। ओपीडी में अब 1200-1400 तो इमरजेंसी में 200 के करीब मरीज देखे जा रहे हैं। सबसे ज्यादा चेस्ट, बर्न और सर्दी-खांसी के मरीज आ रहे हैं।

लोकबंधु अस्पताल
लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी बताते हैं कि कोरोना व ठंड की वजह से मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है। सर्दी और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सभी मरीजों को देखा जा रहा है।
इमरजेंसी में 20 फीसद मरीज बढ़े
पीजीआई, लोहिया और केजीएमयू में सीमित मरीज देखे जाने की वजह से इन अस्पतालों के इमरजेंसी में लोड बढ़ गया है। इमरजेंसी में हफ्ते भर के भीतर 20-25 फीसद मरीज बढ़ गए हैं। ठंड की वजह से ब्लड प्रेशर और सांस की तकलीफ वाले मरीजों की संख्या अधिक है।


बढ़ गए अस्पतालों में मरीज
अस्पताल मरीज पहले मरीज अब
बलरामपुर 3200 1500-1700
सिविल 2000 1200-1400
लोकबंधु 1500 600-700

Posted By: Inextlive