- हथियार चलाने, पेट्रोल बम बनाने, आगजनी करने की दी जा रही ट्रे¨नग

- गिरफ्त में आया पीएफआई का कमांडर उगल रहा है राज

क्या है हिट स्क्वायड

पीएफआई द्वारा बनाए गए हिस्ट स्क्वायड में हर शहर से 25-25 युवकों के ग्रुप को जोड़ा गया। जिन्हें 'हिट स्क्वायड' का नाम दिया गया है। इनको चोरी छिपे हथियार चलाने के साथ पेट्रोल बम बनाने और आगजनी करने की ट्रे¨नग दी जा रही है। इनका समय-समय पर टेस्ट भी होता है। बस इन्हें अपने आका की तरफ से सिग्नल का इंतजार होता है फिर ये अपने नापाक काम में लग जाते हैं।

इन शहरों में स्क्वॉयड

- लखनऊ, बहराइच, मुजफ्फरनगर, शामली, बाराबंकी और मेरठ

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LUCKNOW : देश को दहलाने की साजिश के आरोप में लखनऊ से गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कमांडर अन्सद बदरुद्दीन व ट्रेनर फिरोज खान ने सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में पता चला है कि वह यूपी के कई शहरों में पीएफआई और सीएफआई के सदस्यों के सीधे संपर्क में था। संगठन ने यहां के युवाओं को बरगलाकर एक 'हिट स्क्वॉयड' भी बनाया है। इनको हथियार चलाने और बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसके बाद एसटीएफ व एटीएस की टीमों को कई जिलों में सक्रिय कर दिया गया है।

बांग्लादेश के आतंकी संगठन से भी नाता

पकड़े गए दोनों आरोपी बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमातउल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के सीधे संपर्क में थे और दोनों लखनऊ आने से पहले बीते दिनों बांग्लादेश भी गए थे। सूत्रों का कहना है कि जेएमबी के सक्रिय सदस्यों की मदद से उन्होंने विस्फोटक का बंदोबस्त किया था और इसका इस्तेमाल देश के अलग-अलग हिस्सों में करने का षड्यंत्र था। इन तथ्यों के सामने आने के बाद जांच एजेंसियां अब यूपी में दोनों के संपर्क में रहे पीएफआई के अन्य सक्रिय सदस्यों के बारे में छानबीन कर रही हैं। दोनों आरोपितों से मंगलवार रात आईबी के अधिकारियों ने भी लंबी पूछताछ की और सामने आए तथ्यों की जानकारी गृह मंत्रालय को भी दी है। जल्द कुछ अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

7 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड

एसटीएफ ने दोनों आरोपितों को आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के सुपुर्द कर दिया है। एटीएस ने उन पर विधि विरुद्ध क्रियाकलप (निवारण) अधिनियम, आयु अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, आपराधिक षड्यंत्र व आपराधिक बल का प्रयोग कर आतंकित करने के षड्यंत्र की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। एटीएस ने कड़ी सुरक्षा में दोनों को बुधवार दोपहर लखनऊ स्थित एडीजे कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया। एटीएस अधिकारियों के अनुसार कोर्ट ने दोनों आरोपितों की गुरुवार सुबह 10 बजे से सात दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है। एटीएस व अन्य एजेंसियां अब उनसे नए सिरे से पूछताछ करेगी। माना जा रहा है कि केरल से पकड़े गए सीएफआई के राष्ट्रीय महासचिव रऊफ से उनका आमना-सामना भी कराया जा सकता है।

11 फरवरी को आए थे लखनऊ

सूत्रों का कहना है कि दोनों 11 फरवरी को ही लखनऊ आ गए थे। दोनों ने 11 फरवरी को बिहार के कटिहार से मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक का टिकट लिया था। उनके साथ पांच अन्य सदस्य भी यात्रा कर रहे थे। एसटीएफ की टीम ने जब मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में उन्हें खोजने की कोशिश की तो उनको पुलिस की भनक लग गई थी और दोनों भाग निकले थे। एसटीएफ ने मंगलवार शाम दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर वसंत पंचमी के आसपास लखनऊ में होने वाले ¨हदू संगठनों के कार्यक्रमों व महत्वपूर्ण स्थलों पर आतंकी हमलों की बड़ी साजिश को नाकाम किया था। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया था कि गिरफ्त में आए दोनों आतंकी देश के विभिन्न हिस्सों में एक साथ आतंकी हमले की साजिश कर रहे थे।

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गुडंबा में लिया था कमरा

बदरुद्दीन और फिरोज ने लखनऊ आकर अपने साथियों से संपर्क किया था। दोनों से पूछताछ में एसटीएफ को उनके गुडंबा क्षेत्र में किराये पर एक कमरा लेने की जानकारी भी मिली है। हालांकि अधिकारियों के मुताबिक अभी उस मकान को चिन्हित नहीं किया जा सका है।

Posted By: Inextlive