Lucknow: पूर्व विधायक की बेटी ने वर्तमान विधायक के बेटे का अपना हमसफर चुना. धूमधाम से बारात आई गाजे-बाजे से स्वागत हुआ रस्मों की शानदार अदायगी भी हुई. ख्वाब था कि दुल्हन हेलीकाप्टर से उड़कर अपनी ससुराल जाएगी पर जैसे ही विदाई का समय आया सारे अरमान टूट गये. हैलीकॉप्टर तो आया लेकिन दूल्हा-दुल्हन को लेकर परवाज नहीं भर सका. बस फिर क्या था पूर्व और वर्तमान विधायक का पारा आसमान पर पहुंच गया. देखते ही देखते दूल्हे के विधायक पिताजी गुस्सा गये. हंगामा बढ़ा तो पुलिस भी आ गई. अपनी बदनामी कराने के आरोप में दोनों समधियों ने मिलकर पायलट को पुलिस के हवाले कर दिया.

मंगलवार को थी शादी

महोना एरिया के पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव की बेटी अंकिता उर्फ अंकू की शादी बिसवां से समाजवादी पार्टी के विधायक रामपाल यादव के बेटे रामेन्द्र के साथ थी। मंगलवार को उन दोनों की शादी के लिये गोमतीनगर का इंदिरा प्रतिष्ठान दुल्हन की तरह सजाया गया। हाईप्रोफाइल बारात के लिये इंतजाम भी शाही किये गये थे। जयमाल और शानदार डिनर के बाद पूरे रीति-रिवाज के साथ दोनों ने सात फेरे लिये। कलेवा की रस्म पूरी होने के बाद अब बारी थी विदाई की।

दो घंटे लेट हो गया हेलीकॉप्टर

शानदार मैरिज पार्टी के बाद विदाई को भी यादगार बनाने के लिये विधायक रामपाल यादव ने पूरा इंतजाम कर रखा था। दरअसल, उन्होंने बहू को पहली बार घर ले जाने के लिये हेलीकॉप्टर जो मंगाया था। सुबह १० बजे हेलीकॉप्टर को चिनहट के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बने अस्थायी हेलीपैड पर उतरना था। लेकिन १० बजने के बाद भी हेलीकॉप्टर का कुछ पता न चला। आखिरकार ११ बजे हेलीकॉप्टर की लोकेशन पता की गई तो मालूम चला कि वह रांची से वाराणसी होते हुए लखनऊ की ओर आ रहा है। आखिरकार दोपहर १२ बजे हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर लैंड किया।

नहीं हुआ स्टार्ट

विदाई की रस्में पूरी करने के बाद अंकिता और रामेन्द्र को हेलीकॉप्टर तक ले जाया गया। हेलीकॉप्टर के पायलट कैप्टन आरएस पुंडीर ने दूल्हा-दुल्हन के बैठते ही टेकऑफ की तैयारी शुरू की। पर, यह क्या, लगातार तीन कोशिशों के बावजूद हेलीकॉप्टर स्टार्ट न हो सका। कैप्टन पुंडीर ने जांच की तो पता चला कि टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से अचानक बैटरी डिस्चार्ज हो गई थी। उन्होंने यह बात विधायक रामपाल यादव को बताई।

शुरू हो गया हंगामा

हेलीकॉप्टर के यूं धोखा दे देने पर विदाई को यादगार बनाने का मंसूबा चकनाचूर हो चुका था। जिससे विधायक यादव और बाराती भड़क उठे और उन्होंने पायलट कैप्टन पुंडीर को खरीखोटी सुनानी शुरू कर दी। भीड़ का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा था। इसी बीच विधायक यादव ने चिनहट पुलिस को घटना की इन्फॉर्मेशन दी। मौके पर पहुंची पुलिस को विधायक रामपाल यादव ने तहरीर दी और हेलीकॉप्टर प्रोवाइड कराने वाली दिल्ली बेस्ड कंपनी आर्यन एविएशन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लोगों का आक्रोश देखते हुए मौके पर एक सेक्शन पीएसी और थाने की फोर्स को तैनात किया गया और पायलट कैप्टन पुंडीर को कस्टडी में ले लिया गया।

आश्वासन मिलने पर हुआ समझौता

काफी देर तक कंपनी के ऑफिसर्स के साथ चली बातचीत के बाद तय हुआ कि कंपनी एडवांस में जमा रकम वापस कर देगी। जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया और विधायक रामपाल यादव ने पुलिस को दी तहरीर वापस ले ली और दूल्हा-दुल्हन को कार से रवाना कर दिया गया।

.५ लाख रुपये में बुक किया था हेलीकॉप्टर

अंकिता के पिता पूर्व विधायक राजेन्द्र यादव ने बताया कि विदाई के लिये आर्यन एविएशन से यह हेलीकॉप्टर ७.५ लाख रुपये में बुक किया गया था। इसे सुबह १० बजे चिनहट के पूर्व माध्यमिक विद्यालय से दूल्हा-दुल्हन को बिठाकर सीतापुर के तम्बौर तक छोडऩा था।

नई बैटरी भी नहीं कर सकी स्टार्ट

इंस्पेक्टर चिनहट विजयमल सिंह यादव ने बताया कि कंपनी की ओर से हेलीकॉप्टर के लिये नई बैटरी भेजी लेकिन वह बैटरी लगाने के बावजूद हेलीकॉप्टर स्टार्ट नहीं हो सका। जिसके बाद दिल्ली से इंजीनियर्स को बुलाया गया। उन्होंने बताया कि इंजीनियर्स हेलीकॉप्टर में आयी खराबी को दूर करने में लगे हुए हैं और यह गुरुवार को वापसी के लिये उड़ान भरेगा।

टेक्निकल प्रॉब्लम

चॉपर के पायलट बीएस पुण्डीर ने बताया कि बैटरी डाउन हो गयी थी जिसकी वजह से इंजन स्टार्ट नहीं हो पा रहा था। बैटरी चार्ज करने के बाद इस हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी जा सकती थी। वहीं आर्यन एविएशन कंपनी के अस्टिेंट मैनेजर आपरेशन विकास तोमर ने बताया कि हेलीकॉप्टर को लखनऊ से तम्बौर के लिए बुक करायी गयी थी। इसके लिए सभी तरह की परमीशन डीएम लेवल से ली गयी थी।

सिक्यूरिटी की अनदेखी

हेलीकॉप्टर की बैटरी में खराबी आने के बाद हेलीकॉप्टर के इर्द गिर्द तमाशबीनों का मजमा लग गया। बच्चे कभी हेलीकॉप्टर के गेट को छू कर देखना चाहते थे तो कभी सीट को निहार रहे थे। इन बच्चों को रोकने वाला भी कोई नहीं था।

क्या है मानक

किसी भी हेलीकॉप्टर या प्लेन के लैंडिंग स्थल के आस पास किसी को भी जाने की इजाजत नहीं होती। इसके लिए लोकल पुलिस पूरा सपोर्ट करती है। लेकिन जिस जगह पर यह हेलीकाप्टर था वह बच्चों और इलाके के लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ था। वहीं जिला प्रशासन के एक अफसर का कहना है कि इस तरह के कोई भी आयोजन होते हैं तो इसकी प्रॉपर परमीशन ली जाती है। इस मामले में भी परमीशन ली गयी थी।

क्या कहते हैं अधिकारी

पायलट बीएन पुण्डीर कहते हैं कि बैटरी चार्ज ना होने की वजह से हेलीकॉप्टर का इंजन स्टार्ट नहीं हो पा रहा था। बैटरी को अगर चार्ज करने का मौका मिलता तो यह कोई इतना बड़ा इश्यू नहीं था कि पुलिस में कम्प्लेन दर्ज कराने की नौबत आती। वहीं आर्यन एविएशन कम्पनी के असिस्टेंट मैनेजर, आपरेशन विकास तोमर कहते हैं कि हेलीकॉप्टर को लखनऊ में लैंड करने और वहां से तम्बौर तक की पूरी जर्नी के लिए दोनों डिस्ट्रिक्ट के डीएम से प्रॉपर परमीशन ली गयी थी। वहीं हेलीकॉप्टर के आस पास पूरी सिक्यूरिटी थी कोई भी बच्चा या पब्लिक हेलीकॉप्टर के पास नहीं पहुंचे.

Posted By: Inextlive