- 335 परीक्षा केंद्रों में शामिल होंगे 6.79 लाख अभ्यर्थी, एक कमरे में बैठेंगे 24 परीक्षार्थी

- वीडियो कॉन्फ्रें¨सग के जरिये डीजीपी ने दिए निर्देश, एसटीएफ की भी रहेगी नजर

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LUCKNOW:

उप्र कारागार प्रशासन व सुधार विभाग में महिलाओं व पुरुषों के लिए जेल वार्डर, फायरमैन (पुरुष) व आरक्षी घुड़सवार पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2016 की ऑफलाइन लिखित परीक्षा 19 व 20 दिसंबर को सूबे के 10 जिलों में स्थित 335 परीक्षा केंद्रों पर होगी। दो पालियों में होने वाली परीक्षा पर स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) की भी सीधी नजर होगी और परीक्षा केंद्रों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा। लिखित परीक्षा में निगेटिव मार्किग भी की जाएगी।

विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश

डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बुधवार को वीडियो कांफ्रें¨सग के जरिये परीक्षा केंद्रों के मुख्य गेट से लेकर कक्षा तक सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने हर परीक्षा केंद्र पर एक निरीक्षक को बतौर प्रभारी तैनात करने को कहा। परीक्षा में करीब 6.79 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके दृष्टिगत परिवहन विभाग व रेलवे के बीच समन्वय स्थापित किए जाने तथा यातायात व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता बरते जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।

बनाए गए सेंटर

उप्र पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष डीजी आरके विश्वकर्मा ने बताया कि आगरा में 30, प्रयागराज में 65, बरेली में आठ, गौतमबुद्धनगर में तीन, गोरखपुर में 35, गाजियाबाद में पांच, कानपुर नगर में 56, लखनऊ में 72, मेरठ में तीन तथा वाराणसी में 58 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जेल वार्डर पुरुष के 3638 व जेल वार्डर महिला के 626, फायरमैन पुरुष के 2065 तथा आरक्षी घुड़सवार पुलिस के 102 पदों के लिए लिखित परीक्षा 19 व 20 दिसंबर को दो-दो पालियों में होगी। हर परीक्षा केंद्र के बाहर 112 की पीआरवी भी तैनात रहेगी। प्रत्येक अभ्यर्थी को मुख्य गेट पर गहन चे¨कग के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर कोविड-19 की गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराए जाने का निर्देश दिया गया। एक कक्षा में कुल 24 अभ्यर्थी ही परीक्षा देंगे।

अनिवार्य होगा आधारकार्ड

डीजी भर्ती बोर्ड का कहना है कि अभ्यर्थियों के लिए प्रवेश पत्र के साथ अपना आधारकार्ड लाना अनिवार्य होगा। प्रवेश पत्र व आधारकार्ड के जरिये अभ्यर्थी की पहचान के बाद ही उसे परीक्षा केंद्र के भीतर जाने दिया जाएगा।

दोनों हाथों के अंगूठों की होगा बायोमीट्रिक

डीजी का कहना है कि अभ्यर्थियों के दाहिने व बाएं, दोनों हाथों के अंगूठों के बायोमीट्रिक चिन्ह लिए जाएंगे। अब तक केवल बाएं हाथ के अंगूठे का चिन्ह लिया जाता था। डीजी के अनुसार दौड़ के दौरान कई बार अंगूठे का बायोमीट्रिक चिन्ह न मिलने से अभ्यर्थियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता था। उन्होंने बताया कि किसी असुविधा या गड़बड़ी से बचने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।

Posted By: Inextlive