- सात दिन की पुलिस रिमांड पर, पॉलीग्राफी व नार्को टेस्ट के लिये कोर्ट में अरजी दाखिल करेगी पुलिस

-रविवार सुबह 10 बजे से शुरू होगी रिमांड, कैडी के सामने बिठाकर होगी पूछताछ

LUCKNOW: 12वीं की छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में साक्ष्य छिपाने के आरोप में जेल भेजे गए आरोपियों सद्गुरु व दीपक उर्फ दीपू को विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट रमेश यादव ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। पुलिस कस्टडी रिमांड की अवधि रविवार सुबह 10 बजे से शुरू होकर 27 की शाम पांच बजे खत्म होगी। इसके अलावा कोर्ट ने पुलिस से पूछा है कि दोनों आरोपियों की पॉलीग्राफी व नार्को टेस्ट में कितना वक्त लगेगा। पर, इन टेस्ट्स में लगने वाले समय से अनभिज्ञ पुलिस की ओर से संतोषजनक जवाब न मिलने पर कोर्ट ने वक्त का पता लगाकर फिर से अरजी दाखिल करने का आदेश दिया है।

आमने-सामने बिठाकर होगी पूछताछ

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि जेल में बंद साक्ष्य छिपाने के आरोपी सद्गुरु और दीपक उर्फ दीपू को रविवार सुबह 10 बजे जेल से लाया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि गोल्फ क्लब के कैडी माइकल व नसीर ने अब तक हुई पूछताछ में जो बयान दिये हैं, वह सद्गुरु व दीपू के बयानों से मेल नहीं खा रहे। जिस वजह से उन्हें आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी और अब तक अनसुलझे सवालों का जवाब तलाशा जाएगा।

क्रियेट किया जाएगा क्राइम सीन

एसएसपी ने बताया कि आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करने के अलावा उन चारों को रविवार को एक बार फिर घटनास्थल पर ले जाया जाएगा और क्राइम सीन क्रियेट कर उनके बयानों की सत्यता जांची जाएगी। गौरतलब है कि पुलिस अब तक इस बात की तस्दीक नहीं कर सकी है कि छात्रा स्वाति (बदला नाम) किन परिस्थितियों में लोहिया पथ से नीचे उतरकर वहां पहुंची और दरिंदों के चंगुल में जा फंसी।

साइकिल व बैग अब भी लापता

घटना के बाद से लापता चल रही स्वाति की साइकिल और स्कूल बैग का शनिवार को भी पता नहीं चल सका। हजरतगंज पुलिस ने बैग और साइकिल की तलाश में एक बार फिर शनिवार दोपहर गोताखोरों को नाले में उतारा। गोताखोरों ने इस बार राजीव चौक से लेकर 1090 चौराहे तक नाले में साइकिल व बैग की खोज की। पर, कोई कामयाबी हाथ न लग सकी। इतना ही नहीं पुलिस ने हुसैनगंज, हजरतगंज, नाका, कैसरबाग, गोमतीनगर और गौतमपल्ली एरिया में स्थित कबाड़ व्यवसाइयों के यहां भी साइकिल की तलाश में सघन तलाशी अभियान चलाया। लेकिन, कोई सफलता न मिल सकी।

कहीं गैंगरेप से ही तो नहीं हुई स्वाति की मौत?

स्वाति की लाश बरामद होने के छह दिन बीतने के बावजूद पुलिस अब तक मामले की सभी कडि़यां जोड़ने में कामयाब नहीं हो सकी है। सूत्रों के मुताबिक, अरेस्ट किये गए सद्गुरु और दीपू ने रेप की बात तो कबूल की है लेकिन, हत्या करने से अब तक इंकार किया है। गोल्फ क्लब कैडी ने भी दरिंदगी की बात कबूल की है। सवाल उठता है कि अगर इनमें से किसी ने भी हत्या नहीं की और वहां उनके अलावा वहां कोई अन्य आया भी नहीं तो आखिर स्वाति की मौत कैसे हुई। गौरतलब है कि स्वाति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत की वजह अत्यधिक रक्तस्राव होना पाया गया। रिपोर्ट में लाश के साथ भी दरिंदगी की बात सामने आई है। जांच में जुटे पुलिस ऑफिसर्स आशंका जता रहे हैं कि कहीं स्वाति के संग दरिंदों ने अपनी हरकत को जारी रखा और इस दौरान हुए अत्यधिक रक्तस्राव के चलते उसकी मौत हो गई। उसकी मौत का उन दरिंदों को भान न रहा और वे उसके बाद भी उसके संग रेप करते रहे।

Posted By: Inextlive