बोले, कोरोना आपदा में उप्र के नतीजों से दुनिया चकित

आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम का किया शुभारंभ

मोदी के बोल

- उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए जिंदगी खपाने वाले योगी पिता का स्वर्गवास होने पर भी प्रदेश को बचाने के लिए जूझते रहे। मैं उनका अभिनंदन और नमन करता हूं.'

- उप्र के प्रयास और उपलब्धियां इसलिए विराट क्योंकि उप्र दुनिया के कई देशों से बड़ा राज्य है.'

- भारत को आत्मनिर्भरता के पथ पर ले जाने में उत्तर प्रदेश बहुत आगे चल रहा है.'

----

-आपदा काल में उप्र को संकट से उबारने में योगी ने दिया साहस, सूझबूझ और संवेदनशीलता का परिचय

-कांग्रेस पर तंज-कभी मौतों के आंकड़े छिपाती थी सरकार

LUCKNOW : कोरोना आपदाकाल में उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य को संकट से उबारने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस साहस, सूझबूझ और संवेदनशीलता का परिचय दिया है, उसने देश की बड़ी सेवा की है। प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश का सांसद होने के नाते उन्हें भी तसल्ली दी है। जब अन्य राज्य कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं तो उप्र ने आपदा को अवसर में साकार किया है। कोरोना संक्रमण की विषम परिस्थितियों से जूझते हुए योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने जो नतीजे हासिल किए, वे दुनिया के लिए मिसाल हैं। यह आंकड़े दुनिया को चकित करने की क्षमता रखते हैं। सूबे के 31 जिलों में आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार कार्यक्रम का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शुभारंभ के बाद के बाद करते हुए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें कहीं। पीएम ने कहा कि इस संकटकाल में योगी के नेतृत्व में उप्र ने जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया और स्थितियों को संभाला, वह अद्भुत और प्रशंसनीय है। इसे आने वाली पीढि़यां याद रखेंगी।

दूसरे राज्य यूपी से सीखें

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान को उप्र में संख्यात्मक और गुणात्मक विस्तार देने का श्रेय योगी सरकार को देते हुए मोदी ने कहा कि उप्र सरकार ने इसमें नई योजनाओं को शामिल करते हुए इसे आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य से जोड़ दिया है। कहा-'मैं जिस डबल इंजन की बात करता हूं, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश अभियान उसका उत्तम उदाहरण है। योगी के नेतृत्व में उप्र ने जिस तरह आपदा को अवसर में बदला है, उससे देश के अन्य राज्यों को सीख और प्रेरणा मिलेगी.'

----

बचाई 85 हजार लोगों की जान :

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंग्लैंड, फ्रांस, स्पेन और इटली जैसे यूरोप के विकसित देशों में कोरोना संक्रमण से कुल 1.3 लाख लोगों ने जान गंवाई जबकि 33 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका जैसे साम‌र्थ्यवान देश में सवा लाख लोगों ने इस महामारी से दम तोड़ा। वही 24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में 600 लोगों की जान गई। अगर योगी और उनके साथियों ने सही तरीके से तैयारी नहीं की होती तो आज उत्तर प्रदेश में 85 हजार लोगों की जान जाती।

कभी न हुई ऐसी मदद : कोरोना आपदाकाल में 30 लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिकों की प्रदेश में सकुशल वापसी, उनकी स्किल मैपिंग, प्रवासी श्रमिकों की वापसी के लिए 60 हजार से ज्यादा निगरानी समितियों का गठन, कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दो-ढाई महीने में एक लाख से ज्यादा बिस्तर, 15 करोड़ गरीबों को 42 लाख मीट्रिक टन अनाज वितरण, सवा तीन करोड़ गरीब महिलाओं के खातों में 5000 करोड़ रुपये की आíथक मदद पहुंचाने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद इतने बड़े पैमाने पर गरीबों की मदद किसी सरकार ने नहीं की।

उप्र को बड़ा लाभ : प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान का सबसे ज्यादा लाभ उप्र और यहां के कपड़ा, चमड़ा, सिल्क और धातु उद्योग आदि के क्लस्टरों को मिलेगा। किसानों को मंडी के बाहर भी अपनी उपज बेचने की छूट देने और बोआई के वक्त ही उपज का मूल्य तय करने के केंद्र सरकार के निर्णयों को साझा करने के साथ उन्होंने डेयरी सेक्टर के विकास के लिए 15000 करोड़ रुपये का विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाये जाने की जानकारी भी दी। कहा कि इससे एक करोड़ से ज्यादा पशुपालकों और किसानों को जोड़ा जाएगा। इस फंड के जरिये भविष्य में गांवों में 35 लाख लोगों के लिए रोजगार सृजित होंगे। कुशीनगर हवाई अड्डे को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा देने के केंद्र के फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि इससे पूर्वांचल में पर्यटन विकास को ताकत मिलेगी।

----

दुनिया की नजर यूपी पर : मोदी ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि आज उप्र में शांति और कानून का राज है। इसलिए पूरी दुनिया के निवेशकों की नजर उप्र पर है। जीवन और जीविका की यह लड़ाई उप्र जीतेगा और भारत भी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने कई बार कोरोना संक्रमण के खिलाफ एहतियात बरतने की अपील करते हुए कहा कि इस घातक वायरस के खिलाफ जंग अभी जारी है। कोरोना की सिर्फ एक दवा है-'दो गज की दूरी, मास्क पहनना और लगातार साफ-सफाई.'

गिनाईं योगी सरकार की उपलब्धियां

-कोरोना आपदाकाल में सवा करोड़ को रोजगार

-मुद्रा योजना के तहत 10 हजार करोड़ का ऋण वितरण

-हजारों कारीगरों को टूल किट वितरण

-साढ़े तीन वर्षो में 30 लाख से ज्यादा पक्के घर बनाए

-प्रदेश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाई

-तीन लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी दी

-मातृ मत्यु दर में 30 फीसद की कमी

-पूर्वांचल में कहर बरपाने वाले जापानी इंसेफ्लाइटिस से होने वाली मौतों में 90 प्रतिशत कमी

----

Posted By: Inextlive