- 50 एकड़ में बनेगा विश्वस्तरीय विवि, संस्कृत के साथ होगा ज्योतिष विज्ञान में शोध

- हनुमान सेतु मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय क्षेत्रीय वैदिक सम्मेलन में बोले डॉ.दिनेश शर्मा

रुष्टयहृह्रङ्ख : अयोध्या में विश्वस्तरीय निजी संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। संस्कृत के साथ ज्योतिष व वेद में शोध का विशेष इंतजाम होगा। इसके लिए सरकार शीघ्र ही संस्कृत निदेशालय की स्थापना करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देव भाषा संस्कृत के विकास के लिए वृहद कार्य कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री डा। दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को संस्कृत के विकास की सरकार की योजना पर प्रकाश डाला।

मान्यता दिलाई जाएगी

श्री संकट मोचन हनुमानजी मंदिर ट्रस्ट वेद विद्यालय लखनऊ और महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान उज्जैन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय क्षेत्रीय वैदिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ने कहाकि वेद विद्या प्रतिष्ठान द्वारा संचालित वेद विद्यालय की कक्षाओं को उप्र संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा हाईस्कूल व इंटर के समकक्ष मान्यता दिलाई जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने हनुमान सेतु मंदिर की ओर से संचालित वेद विद्यालय के प्राचार्य चंद्रकांत द्विवेदी से इसका प्रस्ताव भेजने का निर्देश भी दिया। यह भी कहा कि संस्कृत संस्थान में रिक्त पद शीघ्र भरे जाएंगे। प्रदेश सरकार संस्कृत के पाठ्यक्रम को एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) के अनुसार संचालित करने जा रही है। हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा की भांति संस्कृत के विद्यार्थियों का परीक्षा केंद्र भी नजदीक बनाया जाएगा और संस्कृत के मेधावियों को भी टैबलेट व एक लाख रुपये दिए जाएंगे। बालिकाओं में संस्कृत प्रति लगाव पैदा हो, इसके लिए छात्रावास और नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था होगी।

ये रहे मौजूद

इससे पहले डा.संपूर्णानंद संस्कृत विवि वाराणसी के पूर्व कुलपति प्रो.अशोक कुमार कालिया ने वेद को अनंतकालीन ग्रंथ की संज्ञा दी। कहा कि इसकी रचना नहीं हुई है, यह सृष्टि की उत्पत्ति के समय से मौजूद है। उत्तराखंड संस्कृत विवि के आचार्य डा.अरुण कुमार मिश्र के संचालन में सम्मेलन के दौरान हनुमान सेतु मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदाकांत व सचिव दिवाकर त्रिपाठी ने उप मुख्यमंत्री को सम्मानित किया। सम्मेलन में लखनऊ विवि के संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.ब्रजेश कुमार शुक्ला, उज्जैन के प्रो.विरुपाक्ष जड्डीपाल, दरभंगा के संस्कृत विवि के पूर्व कुलपति प्रो.सर्वनारायण झा, उप्र संस्कृत संस्थानम् के अध्यक्ष डा.वाचस्पति मिश्र व वेद विद्यालय के प्राचार्य चंद्रकांत द्विवेदी व बटुक मौजूद थे।

Posted By: Inextlive