यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली 30 साल की प्रियंका मिश्रा ने लखनऊ स्थित इनकम टैक्स ऑफिस में आयकर इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी के लिये फर्जी इंटरव्यू लेते हुए पकड़ी गई। प्रियंका मिश्रा ने इनकम टैक्स ऑफिस की कैंटीन में अभ्यार्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया था।


लखनऊ (ब्यूरो)। दो चार नहीं बल्कि 113 लोगों को नौकरी के नाम चूना लगा चुकी है प्रियंका मिश्रा। कभी इनकम टैक्स विभाग में खुद संविदा पर काम करने वाली प्रियंका ने जालसाजी का पूरा गैैंग तैयार किया और फिर ठगी का खेल शुरू किया। उसकी विभाग में पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीन लोगों से सौदा कर उन्हें संविदा में जॉब भी दिलवा दी थी। प्रियंका मिश्रा अब सलाखों के पीछे पहुंच गई है लेकिन पुलिस अब उसके पूरे नेक्सेज को खंगाल रही हैसरपरस्त की हो रही तलाश


प्रियंका मिश्रा के सरपरस्त के साथ-साथ उन लोगों की भी तलाश की जा रही है कि जिनके जरिए यह जालसाजी का गिरोह चला रही थी। डीसीपी सेंट्रल के अनुसार इसमें कई तथाकथित मीडिया कर्मी, सरकारी कर्मचारी व वकील भी शामिल है। वह हमेशा प्लान ए और प्लान बी दोनों पर काम करती थी। किसी तरह फंसने पर वह प्लान बी का यूज कर बच निकलती थी। विभाग में भी उसकी मजबूत पकड़ थी। पुलिस प्रियंका से जुड़े सभी के तारों की कुंडली खंगाल रही है।50 हजार से 15 लाख तक वसूले

सरकारी जॉब के नाम पर प्रियंका लोगों से 50 हजार से लेकर 15 लाख तक लेती थी। जिसकी जैसी माली हालत उससे उसी तरह की वसूली होती थी। पश्चिमी इलाके से ज्यादातर लोगों ने 15 लाख रुपये लिए गए थे जबकि कुछ लोगों से पचास हजार से एक लाख तक ही पैसा वसूला गया था। यही नहीं वह संविदा कर्मियों को नियमित कराने का भी ठेला लेती थी। हालांकि तीन लोग ऐसे है जिन्हें नियमित के नाम से पैसा वसूला गया और उन्हें संविदा में नौकरी दिलाई गई। वादा किया गया कि बाद में उन्हें नियमित करा दिया जाएगा।इंजीनियर से बन गई जालसाजइनकम टैक्स में आयकर इंस्पेक्टर के पद पर फर्जी नौकरी देने वाली प्रियंका मिश्रा शार्ट कट से जल्द से जल्द ज्यादा पैसा कमाना चाहती थी। इसके लिए वह बीटेक करने के बाद इंजीनियर बनी और उसके बाद बन गई फर्जी सहायक कर आयुक्त। एक साल तक इनकम टैक्स में संविदा पर काम करने वाली प्रियंका इतनी शातिर है कि उसने आयकर भवन में काम करने के दौरान इनकम टैक्स अधिकारियों के काम व बात करने के हर तौर तरीकों को सीख लिया था। यहां तक वह ऐसे पेश आती थी कि जैसे वह सच में इनकम टैक्स अधिकारी हो।कैसे पकड़ी गई प्रियंका

यूपी के शाहजहांपुर की रहने वाली 30 साल की प्रियंका मिश्रा ने लखनऊ स्थित इनकम टैक्स ऑफिस में आयकर इंस्पेक्टर के पद पर नौकरी के लिये फर्जी इंटरव्यू लेते हुए पकड़ी गई। प्रियंका मिश्रा ने इनकम टैक्स ऑफिस की कैंटीन में अभ्यार्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया था।पहले करती थी पूरी प्लानिंगडीसीपी ने बताया कि प्रियंका मिश्रा ने पूछताछ कबूल किया कि उसने इनकम टैक्स विभाग के सहारे पैसे कमाने के लिये लखनऊ में आयकर विभाग में संविदा के पद पर नौकरी की थी। यहां अधिकारियों के तौर तरीकों को सीखने के साथ साथ सभी के नाम और डिटेल का डाटा बेस बनाने लगी थी। इसी दौरान प्रियंका ने खुद को सहायक कर आयुक्त बताना शुरू कर दिया। वह लोगों से ये बताने लगी कि उसके संपर्क दिल्ली स्थित आयकर विभाग के अधिकारियों से हैं। जिससे वो किसी की भी नौकरी लगवा सकती है। जब उसके पास नौकरी के लिये सिफारिशें आने लगी तो आरोपित ने संविदा की नौकरी छोड़ लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र देने का फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया था।अधिकारियों की सख्ती से बंद किया था जाना
इंस्पेक्टर हजरतगंज ने बताया कि अब तक हुई जांच व पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित प्रियंका मिश्रा इससे पहले भी दो साल पहले लखनऊ स्थित आयकर भवन में लोगों को नौकरी देने का झांसा देकर उनका इंटरव्यू लेती थी, लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों की जानकारी में आने के बाद सख्ती कर दी गई। सख्ती को देख प्रियंका ने इस कार्यालय में आना बंद कर दिया।नौकरी के नाम पर जालसाजी करने वाली प्रियंका मिश्रा ने नेक्सेज का पता लगाया जा रहा है। यह अकेले नहीं है बल्कि गैैंग में कई और लोग भी शामिल हैं। सौ से ज्यादा लोगों को गैैंग शिकार बना चुका है। जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों को भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।-अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल

Posted By: Inextlive