एलडीए की ओर से आवासीय और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के साथ-साथ पार्कों में भी जल संचयन की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। एलडीए की ओर से पहले तो पार्कों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा फिर उसमें जल संचयन संबंधी इंतजाम किए जाएंगे। जिससे हर स्तर पर पानी की बचत हो सके।


लखनऊ (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से चलाई गई न्यूज सीरीज पानी पानी रे का अंतत: इंपैक्ट होता नजर आ रहा है। वजह यह है कि एलडीए की ओर से अंडरग्राउंड वॉटर लेवल बचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाने की तैयारी की गई है। वीसी की ओर से लिए गए निर्णय से साफ है कि बारिश से पहले प्राधिकरण से जुड़ी योजनाओं में बने घरों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नजर आने लगेंगे साथ ही भवन स्वामियों को पानी बचाने के लिए जागरुक भी किया जाएगा। इस बाबत वीसी ने अपनी टीम को निर्देश भी जारी कर दिए हैैं।पिछले साल बनी थी योजना


एलडीए की ओर से पिछले साल रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर योजना बनाई गई थी लेकिन इसे अभी तक इस योजना को इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका था। डीजे आईनेक्स्ट में उठाए गए इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए वीसी ने नए सिरे से योजना को इंप्लीमेंट करने के निर्देश दिए हैैं साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैैं कि योजना की नियमित मॉनीटरिंग भी की जाए।योजना एक नजर में- 1 करोड़ से लगाए जाएंगे रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम- 1 हजार वर्ग फुट के मकान को किया जाएगा चिन्हित- 1 लाख लीटर पानी हर साल बचेगा

- 200 दिन तक एक फैमिली की बुझेगी प्यास- 4 सदस्यीय एक फैमिली को होगा लाभदो बिंदुओं पर एग्जिक्यूट होगा प्लानएलडीए की ओर से भूजल स्तर को मेनटेन करने के लिए जो मास्टर प्लान तैयार किया गया था, उसमें आंशिक संशोधन किया गया है। अब यह प्लान दो बिंदुओं पर तैयार किया गया है। जो इस प्रकार हैसालाना बचाएंगे एक लाख लीटर पानीएक हजार वर्गफुट के मकान की छत से सालाना एक लाख लीटर पानी बचाया जाएगा। इसके लिए उक्त छतों पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। एक हजार वर्गफुट के मकानों को चिन्हित करने का काम भी शुरू कर दिया गया है और उनकी लिस्ट बनाई जा रही है। जिससे जल्द रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जा सके। इसके साथ ही छोटे मकानों या कॉमर्शियल इमारतों में भी उक्त योजना को इंप्लीमेंट करने की कवायद की जाएगी।चलाएंगे अभियान

अब मास्टर प्लान में शामिल दूसरे बिंदु की बात की जाए तो वर्षा जल संचयन अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत पब्लिक को भी जल संचयन के प्रति जागरुक किया जाएगा। जिससे हर कोई पानी बचाने में अपना सहयोग कर सके। प्राधिकरण की ओर से लोगों से यह भी अपील की जाएगी कि बेवजह पानी की बर्बादी न करें।200 दिन तक के लिए पर्याप्तएलडीए की ओर से तैयार मास्टर प्लान में यह भी साफ है कि सालाना एक लाख लीटर पानी की बचत होने से 4 सदस्यीय फैमिली के लिए 200 दिन तक पानी पर्याप्त रहेगा। मास्टर प्लान को इंप्लीमेंट करने के लिए 1 करोड़ रुपये भी स्वीकृति किए गए हैैं। जिससे प्लान के इंप्लीमेंटेशन में वित्तीय समस्या रोड़ा नहीं बनेगी।पार्कों में भी प्लानिंगएलडीए की ओर से आवासीय और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के साथ-साथ पार्कों में भी जल संचयन की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। एलडीए की ओर से पहले तो पार्कों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा, फिर उसमें जल संचयन संबंधी इंतजाम किए जाएंगे। जिससे हर स्तर पर पानी की बचत हो सके।भूजल स्तर मेनटेन करने के लिए जो मास्टर प्लान बनाया गया है, उसे बारिश से पहले इंप्लीमेंट किया जाएगा। जिससे बारिश के पानी को अधिक से अधिक मात्रा में बचाया जा सके। इस बार हर स्तर पर प्लान की मॉनीटरिंग भी होगी।-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए

Posted By: Inextlive