- प्रभू राम ने चूर किया रावण का अहंकार

- ऐशबाग रामलीला में 121 फिट ऊंचे रावण के पुतले का दहन

LUCKNOW: अहंकार और बुराई के प्रतीक रावण पर अच्छाई और सच्चाई के प्रतीक मर्यादा पुररुषोत्तम राम की विजय होते ही जयश्रीराम के उद्घघोषों से लक्ष्मण की नगरी गूंज उठी। विजयदशमी के दिन कि प्रभु राम ने रावण का वध कर बुराई के प्रतीक का अंत कर राम राज स्थापित किया। इसके साथ ही लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर विजयदशमी पर्व की शुभकामनाएं दी। राजधानी के ऐशबाग स्थिति रामलीला मैदान में रावण दहन के आयोजन को देखने के लिए राम भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां पर राजधानी के सबसे ऊंचे 121 फिट ऊंचे रावण का पुतला दहन किया गया। इसके साथ ही यहां पर कुंभकरण और मेघनाद के पुतले का भी दहन किया गया। यहां पर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान भी लोगों ने जगह-जगह राम रथ की आरती उतारी।

ऐशबाग स्थित रामलीला में इस बार गोहत्या प्रतिबंध के रूप में रावण का पुतला भी जलाया गया। बीते थर्सडे को विजयादशमी के अवसर ऐशबाग की रामलीला में राज्यपाल राम नाईक ने सभी को राम के आदर्शो के अपने जीवन में उतारने का संदेश दिया। लालजी टंडन ने बताया कि लक्ष्मण की राजधानी लखनऊ में यह एक संस्कृति की पहचान है। वहीं, मेयर दिनेश शर्मा ने कहा कि श्रीराम का चरित्र जिसने अपने जीवन में उतार लिया वो धन्य हो गया। सभी को उनका अनुसरण करना चाहिए। जिन जगहों पर बीते 13 अक्टूबर को रामलीला शुरू हुई थी, उन जगहों पर विजयदशमी के दिन रावण के पुतले का दहन किया गया। रामलीला खदरा की देखरेख में पक्कापुल के पास, श्रीराम लीला कल्याणपुर, लखनऊ पॉलीटेक्निक कानपुर रोड, इंद्रलोक कालोनी क्लब एवं युवा समिति की ओर से हनुमान मंदिर के पास और रामलीला चिनहट में रावण का पुतला फूंका गया।

Posted By: Inextlive