- शताब्दी वर्ष के अवसर पर एलयू में वीसी व रजिस्ट्रार इलेवन के बीच खेला गया 20-20 मैच

-वीसी इलेवन को रजिस्ट्रार इलेवन ने तीन विकेट से दी मात

LUCKNOW :

लखनऊ यूनिवर्सिटी में संडे को वीसी इलेवन और रजिस्ट्रार इलेवन की टीमों के बीच क्रिकेट मैच खेला गया, जिसमें रजिस्ट्रार इलेवन ने वीसी इलेवन को तीन विकेट से हरा दिया।

रजिस्ट्रार इलेवन ने जीता टॉस

रजिस्ट्रार इलेवन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और डॉ। नागेंद्र मौर्या और प्रो। राजीव मनोहर सलामी बल्लेबाज के रूप में टीम की ओर से मैदान पर उतरे। डॉ। मौर्य जल्द आउट हो गए वहीं प्रो। मनोहर ने 19 रन बनाए। इसके बाद डॉ। शबीब अल्वी और वीसी प्रो। आलोक कुमार राय क्रीज पर आए। डॉ। शबीब ने 20 और प्रो। राय ने 14 रन टीम के लिए जुटाए। इस दौरान वीसी ने एक शानदार चौका भी जड़ा। डॉ। शबीब और वीसी प्रो। राय को नीरज ने आउट किया। प्रो। राय के आउट होने के बाद वीसी इलेवन के पांच विकेट एक के बाद एक गिर गए। रजिस्ट्रार इलेवन की ओर से नीरज ने चार विकेट लिए।

महेश और नीरज ने दिलाई जीत

रजिस्ट्रार इलेवन की ओर से अतुल और संदीप ने पारी की शुरूआत की और तेजी से 25 रन स्कोर बोर्ड पर जोडे़। संदीप को प्रो। दिनेश कुमार ने आउट किया। इसके बाद पुनीत सिंह 3, विद्यानंद 1, अभिषेक 1, अजय 3 और जितेंद्र 6 रन का योगदान करके आउट हो गए। एक समय लगा कि मैच रजिस्ट्रार इलेवन के हाथ से निकल गया है लेकिन महेश और नीरज ने शानदार बल्लेबाजी कर रजिस्ट्रार इलेवन की जीत सुनिश्चित कर दी। महेश ने 25 और नीरज ने 17 रन की नाबाद पारी खेली। रजिस्ट्रार इलेवन ने 16 गेंदें शेष रहते ही तीन विकेट से जीत हासिल की। लखनऊ यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ। नीरज जैन और एलयू एथलेटिक्स एसोसिएशन ने मैच में शामिल होने वाले सभी लोगों की सराहना की।

अम्पायरिंग को लेकर भिड़े महामंत्री और प्रॉक्टर

20-20 ओवरों के क्रिकेट मैच के दौरान कर्मचारी संघ के महामंत्री व चीफ प्रॉक्टर आपस में अम्पायरिंग को लेकर भीड़ गए। इस दौरान करीब आधा घंटा मैच बाधित रहा। कुलसचिव इलेवन के तरफ से महामंत्री संजय शुक्ला ने गलत अम्पायरिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि अम्पायर वीसी इलेवन को जानबुझकर फायदा पहुंचा रहे हैं। उन्होंने अम्पायर को हटाने की बात की जिस पर वीसी इलेवन की तरफ से मैच खेल रहे चीफ प्रॉक्टर प्रो। दिनेश कुमार ने इस पर आपत्ति दर्ज की। जिस पर दोनों के बीच में तीखी बहस शुरू हो गई। बाद में कुलसचिव व यूनिवर्सिटी के दूसरे प्रोफेसर ने दोनों को अलग कर मामला शांत कराया। हालांकि इस पूरे मामले पर महामंत्री संजय शुक्ला का कहना है कि मैच के दौरान अम्पायरिंग को लेकर कुछ विवाद हुआ था। पर किसी भी तरह के मारपीट या धक्का मुक्की का आरोप पूरी तरह से गलत हैं।

Posted By: Inextlive