सरकारी जमीन बेचने में पूर्व राज्य मंत्री इकबाल के खिलाफ रिपोर्ट
- मडि़यांव में सरकारी जमीन पर कब्जे और प्लाटिंग का आरोप
- इकबाल और उनके पिता अजमत पर लग चुका है गैंगेस्टर LUCKNOW: सपा सरकार में राज्य मंत्री रहे कैरियर मेडिकल इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंस के निदेशक इकबाल अली खान पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। इकबाल के खिलाफ सरकारी जमीन बेचने के मामले में मडि़यांव थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। रिपोर्ट में इकबाल के अलावा उनके पिता अजमत और एक अन्य रिश्तेदार का नाम भी शामिल है। प्रशासन आरोपियों के खिलाफ पहले ही गैंगेस्टर की कार्रवाई कर चुका है। प्लाटिंग कर लोगों को ठगने का आरोपइकबाल और उनके रिश्तेदारों पर मडि़यांव के अल्लू नगर डिगुरिया में लखनऊ विकास प्राधिकरण की प्रबंध नगर आवासीय योजना भाग 2 की अधिग्रहीत जमीन पर कब्जे और कूटरचित दस्तावेजों द्वारा प्लाटिंग कर लोगों को ठगने का आरोप है। लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा जो रिपोर्ट मडि़यांव थाने में दर्ज कराई गई है। उसके मुताबिक किसान सेवा समिति के नाम से एलडीए की जमीन बेची जा रही थी। एलडीए ने वर्ष 2007 और 2008 में 324,633 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था। इसमें से करीब 277 हेक्टयर पर एलडीए को कब्जा भी मिल चुका है। इसका मुआवजा भी न्यायालय में जमा कराया जा चुका है।
अमीन की तहरीर पर दर्ज हुआ केस प्रशासन ने इससे पहले सरकारी जमीन पर आरोपियों द्वारा बनाए गए कैरियर मेडिकल कॉलेज कॉलेज को ध्वस्तीकरण किया जा चुका है। इसके बाद प्रशासन ने तीनों आरोपियों पर गैंगेस्टर भी तामील किया था। इंस्पेक्टर मडिय़ांव पंकज सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय अमीन सुनील कुमार रावत की तहरीर पर पूर्व राज्य मंत्री इकबाल अली खान, अजमत अली खान और अब्दुल अजीज के खिलाफ कूट रचित दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।