- शिवरात्रि पर मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़

- सुबह से ही मंदिरों में लग गई भक्तों की कतार

LUCKNOW: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर गुरुवार को राजधानी पूरी तरह भोले के रंग में रंग गई। सुबह से ही भोले के भक्त आपने आराध्य की पूजा करने मंदिरों में उमड़ पड़े। देर रात तक सभी शिव मंदिर हर हर महादेव के जयकारों से गूंजते रहे।

सुबह से लग गई कतार

डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मंदिर में भोर से ही भक्तों की लाइन लगी हुई थी। हाथों में बेलपत्र, धतूरा, दूध, गंगाजल लिए भक्त अपनी बारी आने का इंतजार करते नजर आए। लाइन में लगे भक्त पूरे अनुशासन में शिव के जयकारे लगाते आगे बढ़ते रहे। हालांकि शाम के समय यहां अत्यधिक भीड़ होने के कारण सुरक्षाकर्मियों को भी लोगों को नियंत्रित करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मंदिर की महंत देव्या गिरी ने बताया कि शिवरात्रि के दिन शिव की पूजा करने से अत्यधिक पुण्य मिलता है।

भोले का श्रंगार

सदर बाजार स्थित द्वादश ज्योतिर्लिग धाम में शिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। मंदिर को तरह-तरह के फूलों से सजाया गया। भोलेनाथ का माता पार्वती से विवाह का कार्यक्रम भी धूमधाम से मनाया गया। विवाह के शुभ मौके पर भोलेनाथ का आकर्षक श्रंगार किया गया। उन्हें पगड़ी पहनाई गई और महिलाओं ने शिव विवाह के गीत गाए। इससे पहले अंकुर अग्रवाल, आलोक सिंघल की अगुआई में 12 द्वादश ज्योतिर्लिग का महारुद्राभिषेक किया गया और शाम को भोलेनाथ का श्रंगार किया गया। यहां बाबा के दर्शन करने मंत्री डॉ। महेंद्र सिंह भी पहुंचे।

बाबा का किया गया अभिषेक

राजेंद्रनगर के महाकाल मंदिर में शाम को बाबा की महाआरती 151 दीपकों की साथ की गई। इसके बाद महादेव का 51 लीटर दूध, 11 किलो दही, सवा किलो शहद, सवा किलो शक्कर से अभिषेक किया गया। बाद में उसी प्रसाद से ठंडाई बनाकर भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित की गई। वहीं बुद्धेश्वर महादेव मंदिर, कोनेश्वर महादेव मंदिर, चौपटिया स्थित छोटा और बड़ा शिवाला में भी शिव भक्तों की सुबह से ही कतार लगी रही। हर और भोले के भक्त श्रद्धा भाव के साथ अपने आराध्य के दर्शनों के लिए आतुर नजर आए। इस दौरान हर कोई शिव की भक्ति से सराबोर नजर आया।

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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

शिवरात्रि के पावन पर्व को देखते हुए सभी प्रमुख मंदिरों के बाहर पर्याप्त संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई। महिला पुलिस के जवान भी सभी प्रमुख मंदिरों के बाहर पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात रहीं। वहीं मंदिरों के अंदर सेवादार लोगों को नियंत्रित करने का काम करते रहे। वहीं मंदिरों के बाहर लगी खिलौने, फल-फूल की दुकानों पर भी पूरे दिन भीड़ जुटी रही।

Posted By: Inextlive