रोडवेज बसों को मुसाफिरों का इंतजार
- बस सेवा शुरू होने के बाद दो दिन में सिर्फ 80 मुसाफिर पहुंचे बस अड्डे
LUCKNOW: 40 दिनों से थमे बसों के पहिए तो चलने लगे हैं लेकिन अभी बसों को मुसाफिरों का इंतजार है। अनलॉक होने के पहले दिन जहां सिर्फ 22 लोग राजधानी के चारों बस अड्डों पर पहुंचे, वहीं दूसरे दिन शाम चार बजे तक यह संख्या सिर्फ 58 ही रही। जबकि प्रदेश के सभी जिलों के लिए राजधानी से बसों का संचालन शुरू हो गया है। नहीं दिखा कोविड प्रोटोकॉल का पालन बस अड्डों पर सन्नाटा तो है लेकिन रोडवेज कर्मी ही दोनों दिन यहां कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते दिखाई दिए। कई ठीक से मास्क नहीं लगाए थे तो कुछ गु्रप में सोशल डिस्टेंसिंग भूलकर खड़े बाते करते नजर आए। - लॉकडाउन के दौरान 9 लाख से अधिक लोगों को पहुंचाया मंजिल तक- इस काम के लिए बसों ने लगाई 27 हजार ट्रिप
लंबी दूरी के मुसाफिर अधिक बस सेवा शुरू होने के शुरुआती दो दिनों में बस अड्डों पर पहुंचने वाले लोगों में अधिकतर संख्या उनकी थी जिन्हें दूर के जिलों में जाना था। कैसरबाग और आलमबाग बस अड्डों पर ऐसे लोग बसें खोजते नजर आए। वहीं कुछ मुसाफिर पॉलीटेक्निक बस अड्डे पर बसों का इंतजार करते दिखाई दिए।किस बस अड्डे पर कहां के मुसाफिर
बस अड्डा जगह आलमबाग गोरखपुर, देवरिया, बनारस, प्रयागराज कैसरबाग गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, हरदोई चारबाग कानपुर, प्रतागढ़, रायबरेली, फतेहपुर अवध फैजाबाद, अयोध्या, बस्ती, अंबेदकरनगर डिमांड पर चल रही बसें लखनऊ डिपो से फिलहाल बसें मुसाफिरों की संख्या और डिमांड पर चलाई जा रही हैं। वहीं उम्मीद है कि 15 जून से अंतरराज्यीय बस सेवा भी शुरू हो जाएगी। फिलहाल सीमित संख्या में ही बसें चलाई जा रही हैं। कोविड नियमों का पालन न करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। बसों का संचालन शुरू कर दिया गया है और यात्रियों से कोविड नियमों का पालन कराया जा रहा है। डीबी सिंह, प्रधान प्रबंधक कार्मिक, रोडवेज लखनऊ