- पीजीआई में होगा प्रदेश का पहला रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट

- सात से 10 दिन के अंदर ट्रांसप्लांट होने की उम्मीद

LUCKNOW:

प्रदेश में रोबोटिक सर्जरी की मदद से ट्रांसप्लांट को अंजान देने वाला राजधानी का एसजीपीजीआई पहला संस्थान बनेगा। निदेशक के मुताबिक अगले हफ्ता-दस दिनों में यह सर्जरी की जाएगी।

पहली बार रोबोटिक ट्रांसप्लांट

निदेशक प्रो। आरके धीमन ने बताया कि संस्थान में रोबोट के माध्यम से पहली बार किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। इसके लिए यूरोलॉजी विभाग के प्रो। अनीश श्रीवास्तव और नेफ्रोलॉजी विभाग के साथ एनेस्थेटिक विभाग की टीम काम करेगी। जिसकी लिए ट्रेनिंग देने का काम किया जा चुका है। रोबोटिक ट्रांसप्लांट से यह फायदा होगा कि इससे ज्यादा बड़ा चीरा लगाने की जरूरत नहीं होगी।

200 से अधिक रोबोटिक सर्जरी

एनस्थिसिया विभाग के डॉ। संदीप साहू ने बताया कि रोबोटिक ट्रांसप्लांट को लेकर ट्रेनिंग हो चुकी है। नार्मल ट्रांसप्लांट में 5-6 घंटा लग जाता है। चूंकि पहली बार रोबोटिक ट्रांसप्लांट हो रहा है तो उससे कुछ ज्यादा ही समय लग सकता है। संस्थान में फिलहाल 150 रोबोटिक सर्जरी पूरी तरह से फ्री है। ऐसे में सर्जरी का कोई खर्च नहीं होगा। संस्थान में रोबोटिक की मदद से यूरोलॉजी, गेस्ट्रोलॉजी और इंडोक्राइन विभाग में अबतक 200 से अधिक सर्जरी हो चुकी हैं। यूरोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो। अनीश श्रीवास्तव ने बताया कि विभाग द्वारा पहली रोबोटिक किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारी चल रही है। लेकिन, अभी इसके बारे में ज्यादा बताना बेहद जल्दबाजी होगी।

Posted By: Inextlive