कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों और इसके नए वेरिएंट के बीच 15 से 18 साल के बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाने के फैसले ने लोगों को बड़ी राहत दी है। देश में तीन जनवरी से 15 से 18 साल की उम्र के लोगों का कोविड वैक्सीनेशन शुरू होगा। इसे लेकर केंद्र की गाइडलाइन भले ही आनी बाकी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग और स्कूलों ने अपनी तैयारी पर मंथन शुरू कर दिया है।

लखनऊ (ब्यूरो)। 18 साल से कम उम्र वालों को वैक्सीन की शुरुआत के ऐलान से अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि भले ही बच्चों को कितने भी प्रिकॉशन लेकर स्कूल या घर से बाहर भेजें, लेकिन हमेशा डर बना रहता है। जब से कोरोना का नया वेरिएंट सामने आया है और जब से कोरोना के मामले बढऩा शुरू हुए हैं तब से ये डर भी बढऩे लगा है। जिस उम्र के किशोरों को वैक्सीन लगनी है उनमें अधिकतर कक्षा नौ से 12 में पढ़ते हैं। ऐसे में क्लासेज भी नहीं छुड़वा सकते, अगर उन्हें वैक्सीन लग जायेगी तो काफी हद तक निश्चिन्त हो जाएंगे।

विंटर वेकेशन के बाद शुरू करेंगे तैयारी
कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस को देखते हुए प्राइवेट स्कूल प्रबंधन भी रणनीति बनाने की तैयारी कर रहे हैं। अभी सभी स्कूलों में शीत अवकाश जारी है इसलिए स्कूल प्रबंधन भी राहत में है, लेकिन आने वाले दिनों की तैयारियों पर मंथन किया जा रहा है। अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि कोविड 19 पर सभी स्कूल प्रबंधन नजर बनाए हुए हैं, विंटर वेकेशन सात जनवरी तक खत्म होंगे। उसके एक दिन पहले ही एसोसिएशन की बैठक कर ली जाएगी। तब तक हालात भी साफ हो जाएंगे कि खतरा कम हुआ है या बढ़ा है। हालात कैसे भी हों स्कूल प्रबंधन हर तरह से तैयार है।


सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। कोविड प्रोटोकॉल की स्थिति का निरीक्षण सभी स्कूलों में किया जाएगा।
डॉ अमरकांत सिंह, डीआईओएस

यह एक राहत भरी खबर है सभी स्कूल बच्चों के वैक्सीनेशन कराने की जिम्मेदारी लेंगे, इसके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ टाइअप किया जाएगा। हमारी कोशिश है नौंवी से 12 तक स्टूडेेंट्स को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा दी जाए।
अनिल अग्रवाल, अध्यक्ष, अनएडेड स्कूल एसोसिएशन

Posted By: Inextlive