- प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन ने लिया निर्णय

LUCKNOW: दूसरे शहरों में राजधानी प्रतियोगी परीक्षा देने आने वाले कैंडीडेट्स को अब यहां सेंटर की तलाश के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। शासन के निर्देश के बाद अब शिक्षा विभाग चारबाग रेलवे स्टेशन से छह किमी के दायरे में आने वाले स्कूल-कॉलेजों को ही सेंटर बनाएगा। जिसमें निजी इंजीनियरिंग कॉलेज, यूनिवर्सिटी, केंद्रीय विद्यालय और निजी कॉलेज शामिल होंगे।

पालीवॉल कमेटी के आधार पर

गौरतलब है कि प्रतियोगी एग्जाम के लिए सेंटर निर्धारित करने के लिए पालीवॉल कमेटी का गठन किया गया था। इसमें डीएम, एसएसपी से लेकर डीआईओएस को शामिल किया गया था। कमेटी का मकसद था कि ऐसे एग्जाम में दागी स्कूल सेंटर न बनें और ऐसे सेंटर बनाए जाएं जहां आसानी से कैंडीडेट पहुंच सकें।

गे्रडिंग सिस्टम की मदद

कमेटी की रिपोर्ट के बाद जनवरी में शिक्षा विभाग ने एग्जाम सेंटर के निर्धारण के लिए ग्रेडिंग सिस्टम शुरू किया था। इसमें स्कूलों को ए, बी, सी, व डी श्रेणी में बांटा गया। प्रतियोगी परीक्षा के लिए पहले ए ग्रेड श्रेणी में आने वाले स्कूलों का चयन किया जाता है। इसके बाद बी ग्रेड वाले स्कूल चुने जाते हैं।

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छूट जाता था एग्जाम

डीआईओएस डॉ। मुकेश कुमार सिंह के मुताबिक कमेटी की रिपोर्ट अनुसार अब इंजीनियरिंग कॉलेज से लेकर टॉप निजी इंटरमीडिएट कॉलेज भी प्रतियोगी एग्जाम सेंटर बनाए जा सकते हैं। कई बार ऐसे मामले आए हैं जब एग्जाम सेंटर तलाशने में हुई देर के कारण कैंडीडेट समय से एग्जाम सेंटर नहीं पहुंच सके और उनका एग्जाम छूट गया। अब ऐसी समस्या सामने नहीं आएगी।

Posted By: Inextlive