- प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि को लेकर थी बैठक, जारी की गई नोटिस

LUCKNOWडीएम अभिषेक प्रकाश ने पीएम स्वनिधि योजना को लेकर बुलाई गई जिसमें कई बैंकों के प्रतिनिधि गायब रहे। जिसके बाद सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

तत्काल कार्रवाई के निर्देश

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक तथा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की प्रगति खराब है, जिस कारण लखनऊ इन योजनांतर्गत 65वें स्थान पर है। डीएम को बैंक प्रतिनिधियों ने बताया कि बैंक शाखाओं द्वारा मार्केट प्लेस से प्रार्थना पत्र ही ऋण स्वीकृति के लिए उठाये गये हैं। इस प्रकार 6486 प्रार्थना पत्र ऐसे हैं, जो अभी तक कार्रवाई में नहीं आए हैं। डीएम ने इन सभी प्रार्थना पत्रों पर बैंकर्स को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

इनके प्रतिनिधि नहीं आए

बैठक में यस बैंक, कोटक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, नैनीताल बैंक, कर्नाटक बैंक, बंधन बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक के प्रतिनिधि नहीं आए, जिन्हें नोटिस जारी किया गया।

बंद कर दी जाएंगी शाखाएं

एचडीएफसी बैंक के प्रतिनिधि लंबित 221 प्रार्थनापत्रों के ऋण वितरण पर संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। उन्हें निर्देश दिये गये कि यदि उनके द्वारा फ्लैगशिप स्कीम के अंतर्गत लक्ष्य की प्राप्ति नहीं की गई तो लखनऊ में चल रही 47 बैंक शाखाओं को बंद कर दिया जाएगा।

एसबीआई की स्थिति खराब

समीक्षा में यह पाया गया कि सबसे खराब स्थिति स्टेट बैक ऑफ इंडिया की है, जिसके लिये बैंक के चीफ जनरल मैनेजर को सरकार की स्कीम अवहेलना करने हेतु पत्र लिखने के लिये निर्देश दिए गए।

ये रहे मौजूद

बैठक में नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी, प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय अमर पाल सिंह, अपर नगर आयुक्त राकेश यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी निगम लखनऊ अशोक कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive