- निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण कर डीएम ने प्रदूषण नियंत्रण के उपायों का लिया जायजा, सख्त कार्रवाई के निर्देश

LUCKNOW : लगातार खतरनाक स्तर तक जा रहे प्रदूषण को नियंत्रित करने की कमान अब खुद डीएम अभिषेक प्रकाश ने संभाल ली है और वे बुधवार को राजधानी के विभिन्न एरिया में प्रदूषण से उत्पन्न हालात का जायजा लेने भी निकले। इस दौरान उन्होंने देखा कि गोमतीनगर में निर्माणाधीन शालीमार वन व‌र्ल्ड में ग्रीन नेट से कवर करने और पानी के छिड़काव की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई थी। वहीं बड़ी मात्रा में मिट्टी रखी होने से आसपास के वातावरण में धूल के कण की मौजूदगी पाई गई। इस पर डीएम ने तुरंत शालीमार वन व‌र्ल्ड पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का निर्देश दिया।

निर्माण स्थलों का लिया जायजा

डीएम अभिषेक प्रकाश सबसे पहले विभूतिखंड स्थित एक्सपीरियन डेवलपर्स लिमिटेड के निर्माण स्थल को देखने पहुंचे। वहां उन्होंने पाया कि निर्माण इकाई को ग्रीन नेट से कवर करने की प्रॉपर व्यवस्था नहीं की गई थी। निर्माण सामग्री भी खुले में ही रखी थी। पीटीजेड (पैन टिल्ट जूम) कैमरे का कनेक्शन राज्य बोर्ड के सर्वर से भी नहीं था, जिससे धूल कण से होने वाले वायु प्रदूषण के प्रबंधन का जायजा ऑनलाइन लिया जा सके। इस पर डीएम ने निर्माण इकाई के विरुद्ध फाइन करने के निर्देश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को दिए।

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नियम नहीं हो रहे थे फॉलो

इसके बाद डीएम अभिषेक प्रकाश की टीम सुलतानपुर स्थित ओमेक्स इंटीग्रेटेड टाउनशिप पहुंची, जहां निर्माणाधीन बिल्डिंग के टावरों को ग्रीन नेट से कवर करने की समुचित व्यवस्था नहीं पाई गई और न ही धूल कणों की रोकथाम के लिए किसी तरह की व्यवस्था यहां मिली। टाउनशिप में तमाम जगहों पर निर्माण सामग्री खुले में ही पड़ी मिली, जिससे धूल के कण हवा में फैल रहे थे। पीटूजेड कैमरा भी सर्वर से कनेक्ट नहीं पाया गया। डीएम ने इस पर भी जुर्माना लगाने के निर्देश दिए।

Posted By: Inextlive