- विभिन्न कार्याें के आधार पर तय की गई है रैं¨कग

ह्यद्धड्डद्वद्यद्ब : स्वास्थ्य सेवाओं के उपलब्ध संसाधनों के समुचित उपयोग में शामली जिला प्रदेश में अव्वल आया है। कुल सूचकांक मूल्य 0.594 है। दूसरे स्थान पर उन्नाव और तीसरे स्थान पर प्रयागराज जिला है। हालांकि सहारनपुर मंडल 16वें स्थान पर है। जिला बने नौ साल होने वाले हैं, लेकिन अभी तक जिला अस्पताल शुरू नहीं हो सका है। सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। चिकित्सकों की भी काफी कमी है।

ऐसे तय की गई रैंक

सीएमओ डॉ। संजय भटनागर ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए रैं¨कग कराई जाती है। मिशन के तहत होने वाले कार्य, यूपी हेल्ड डैशबोर्ड पर 14 सूचकांक के साथ ही जिला स्वास्थ्य समिति की बैठकों के कार्यवृत्त की गुणवत्ता के आधार पर जिलों एवं मंडलों की रैंक तय की गई है। इसमें स्वास्थ्य सेवा के संसाधन और उनके प्रयोग का आकलन किया जाता है। मिशन के कार्याें के 30 मानक हैं। मिशन के तहत जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत, टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच आदि कार्य होते हैं।

निर्माणाधीन जिला अस्पताल में कोरोना के मरीजों के उपचार के लिए लेवल-2 और लेवल-1 चिकित्सालय बनाया गया है। दोनों सौ-सौ बेड के हैं। 14 वेटीलेंटर हैं और सेंट्रल ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था है।

स्टाफ का प्रस्ताव पास

जिला अस्पताल के संचालन के लिए स्टाफ का प्रस्ताव शासन से पास हो चुका है। निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। 37.83 करोड़ रुपये का भुगतान निर्माण एजेंसी आवास विकास परिषद हो चुका है और अब 98.94 लाख रुपये शासन से जारी होने हैं। ड्रग वेयर हाउस बनाने के लिए मुंडेट कलां गांव में नहर पटरी पर 4610 वर्ग मीटर भूमि चिन्हित की गई है। इसके लिए 10.82 करोड़ रुपये की धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है। सीएमओ ने बताया कि इसके बनने के बाद जिले में दवाओं की आपूर्ति बेहतर होगी।

Posted By: Inextlive