2230 उपभोक्ताओं से लिया गया फीडबैक

1067 उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से असंतुष्ट

669 उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से संतुष्ट

488 उपभोक्ताओं का फीडबैक अंकित नहीं हुआ

- 1912 में फीडबैक देकर उपभोक्ताओं ने बयां किया सच

- केवल 38 प्रतिशत उपभोक्ता ही स्मार्ट मीटर से संतुष्ट

LUCKNOW स्मार्ट मीटर फीडबैक रेफरेंडम के अंतर्गत पहले दिन स्मार्ट मीटर को लेकर बड़ा सच सामने आया है। करीब 61 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने फीडबैक देते हुए कहा है कि उनकी नजर में स्मार्ट मीटर फेल हैं, जबकि 38 प्रतिशत उपभोक्ता संतुष्ट नजर आए हैं। वहीं 488 उपभोक्ताओं का कोई मत सामने नहीं आया। इस सच्चाई के सामने आने से बिजली कंपनियों में हड़कंप मच गया है। उपभोक्ता परिषद ने फीडबैक संबंधी कदम को सराहनीय बताते हुए ऊर्जा मंत्री के निर्णय को ऐतिहासिक बताया है।

2230 उपभोक्ताओं को कॉल

मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने 1912 के माध्यम से मोबाइल पर पहले दिन लगभग 2230 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से बात कर उनका फीडबैक लिया। 1067 उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर फीडबैक में शामिल होते हुए अपनी असंतुष्टि जाहिर की। वहीं 669 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने संतुष्टि व छह उपभोक्ताओं ने पूर्ण संतुष्टी जाहिर की। इसके साथ ही 488 उपभोक्ताओं का कोई फीडबैक रिपोर्ट में अंकित नहीं किया गया, जो अपने आप में बड़ा सवाल है। पहले दिन के रुझान में स्मार्ट मीटर प्रदेश की जनता की नजर में पूरी तरह फेल साबित हुए हैं।

बेबाक होकर दें राय

उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने अपील की है कि प्रदेश के सभी स्मार्ट मीटर उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से आने वाली सभी समस्याओं के बारे मे बेबाक होकर अपनी राय दें। अब वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश के 12 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर परियोजना का भविष्य तय करेंगे।

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हाल में ही व्यवस्था शुरू

उपभोक्ता परिषद की मांग पर हाल में ही ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के निर्देश पर स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं से फीडबैक लिए जाने संबंधी कदम उठाया गया है। इस व्यवस्था के बाद अब कोई भी उपभोक्ता 1912 पर अपना फीडबैक दे सकता है। इतना ही नहीं, अभियंता खुद उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर फीडबैक फॉर्म भी भरवाएंगे।

Posted By: Inextlive