- अयोध्या विवादित ढांचा विध्वंस मामले में फैसला सुनाए जाने को लेकर तैनात की गई भारी पुलिस फोर्स

- कैसरबाग स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनाया फैसला

- कोर्ट परिसर के आस-पास तैनात किये गये एक हजार पुलिस कर्मी

LUCKNOW: अयोध्या विवादित ढांचा विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआई की विशेष कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने से पहले ही पुलिस ने इलाके को पूरी तरह से छावनी में बदल दिया। ऐतिहासिक फैसले को सुनने और जानने के लिए सुबह 9.30 बजे से ही लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी। राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था की मुस्तैदी के लिए करीब एक हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। वहीं कैसरबाग बस अड्डे से बसों का संचालन नहीं किया गया। साथ ही ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया। सीबीआई की विशेष अदालत और हाईकोर्ट के चारों तरफ बैरीकेडिंग लगाई गई।

हर ओर थी पुलिस की पैनी नजर

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के अनुसार कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए एक हजार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। पुलिस कर्मियों को कोर्ट परिसर के साथ आस-पास के इलाकों में भी तैनात किया गया। वहीं डीसीपी व एडीसीपी के साथ कई पुलिस अफसरों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। कुछ पुलिस कर्मियों को सादी वर्दी में तैनात किया गया था। बम निरोधक दस्ते के अलावा खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट रखा गया।

जज, वादी और वकील को ही दी गई एंट्री

सीबीआई कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थी। कोर्ट परिसर से थोड़ी दूर पर मीडिया गैलरी बनाई गई थी, जहां से उन्हें कवरेज की परमिशन दी गई थी, बैरीकेडिंग पार करने पर सख्त पाबंदी थी। सुबह 11 बजे से फैसला सुनाया जाना था। ऐसे में कोर्ट परिसर में केवल जज, वादियों, प्रतिवादी और उनके वकीलों के साथ केवल कोर्ट स्टाफ को ही एंट्री दी गई।

Posted By: Inextlive