- 800 स्कूल यूपी बोर्ड के शहर में

- 150 से अधिक सीबीएसई बोर्ड के स्कूल

- 70 के करीब सीआईएससीई बोर्ड के स्कूल

- 1800 से अधिक बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूल

- 10 लाख से अधिक स्टूडेंट्स स्कूल में कर रहे पढ़ाई

- हर स्कूल को एक-एक स्टूडेंट की मेडिकल रिपोर्ट करनी होगी तैयार

- हर 15 दिनों में स्टूडेंट्स की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करनी होगी

- स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग ने उठाया कदम

LUCKNOW: कोरोना महामारी ने जहां एक ओर सभी की लाइफ स्टाइल पर खासा प्रभाव डाला है, वहीं अब नए सेशन से स्कूलों को स्टूडेंट्स के हेल्थ कार्ड में कोरोना के इतिहास का एक कॉलम भी जोड़ना होगा। इसमें स्कूलों को अपने पास स्टूडेंट्स के कोरोना से संबंधित डिटेल रखनी होगी। एडमिशन फॉर्म में अब तक जो भी डॉक्यूमेंट लगते हैं उसके साथ कोरोना से जुड़ा प्रमाणपत्र भी शामिल करना होगा ताकि स्टूडेंट्स की हेल्थ के सारे इंतजाम स्कूल प्रशासन कर सके। यह निर्देश शिक्षा विभाग ने स्कूलों को जारी कर दिये हैं।

ताकि स्कूल प्रशासन कर सके तैयारी

वर्तमान में स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स का डेली बॉडी टेम्प्रेचर लिया जा रहा है, लेकिन अब स्कूलों को इन स्टूडेंट्स के साथ ऑनलाइन क्लासेस में पढ़ने वाले सभी स्टूडेंट्स की मेडिकल डिटेल भी लेनी होगी। साथ ही एक रिपोर्ट बनानी होगी। सभी स्कूलों को अपने हर एक क्लास, उसमें पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का हर 15 दिनों का पूरा मेडिकल रिकार्ड बनाना होगा। इससे स्कूलों को यह पता चल सकेगा कि किस स्टूडेंट्स की तबियत लगातार खराब रह रही है या किस स्टूडेंट्स को क्या मेडिकल प्रॉब्लम है। ऐसे में कोरोना महामारी के बीच जब पूरी तरह से स्कूल खुलेंगे तो स्कूल को स्टूडेंट्स की सुरक्षा और बचाव के लिए तैयारी करने का पूरा समय मिल जाएगा।

मेडिकल डिटेल के अनुसार करनी होगी तैयारी

इसके साथ ही स्टूडेंट्स के एडमिशन के समय उसकी सेहत से जुड़ी सभी जानकारियां ली जाएंगी। इससे स्टूडेंट्स को अगर कोई बीमारी है, जिसमें उसे किसी प्रकार की मेडिकल सलाह व सेवा की जरूरत होती है तो उसका पूरा विवरण स्कूल में पहले से तैयार होगा। स्टूडेंट्स को किसी तरह की कोई इमरजेंसी होने पर उनको तुरंत मेडिकल हेल्प व इमरजेंसी सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी।

कोट

अभी स्कूलों में डेली बच्चों के तापमान और सेनेटाइजेशन ही किया जा रहा है। अब स्कूलों को स्टूडेंट्स के हेल्थ कार्ड में कोरोना की हिस्ट्री की भी डिटेल शामिल करनी होगी, जिसे हेल्थ और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा सकें।

- डॉ। मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस, लखनऊ

Posted By: Inextlive