- शताब्दी वर्ष की अंतिम शाम पर एलयू के बैंड रूबरू ने दी अपनी परफॉर्मेस

LUCKNOW : शताब्दी समारोह की आखिरी शाम स्टूडेंट्स के नाम रही। नये-पुराने गीत संग रामकथा के स्वर ने सांस्कृतिक संध्या में रंग घोला। एलयू के कलाकारों ने गीत, संगीत व नृत्य की शाम सजाई। शुरुआत रूबरू बैंड के कलाकारों ने रामकथा की मधुर प्रस्तुति से की। रामचरित मानस के गूंजते स्वरों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। रामचरित मानस की चौपाइयों के स्वर गूंज रहे थे। स्टूडेंट्स भगवान राम की स्तुति में लीन हो गए। शताब्दी समारोह के आखिरी दिन सीता-राम, लव-कुश और हनुमान के प्रसंगों का मार्मिक बखान किया गया।

केसरिया बालम पधारो म्हारे देश

इसके बाद कलाकारों ने अपनी बैंड परफॉमर्ेंस से लोगों को थिरकने को मजबूर कर दिया। कलाकारों ने केसरिया बालम पधारो म्हारे देशगीत सुनाकर माहौल में खुशनुमा बना दिया। इसके बाद आज जाने की जिद न करो गाकर आनंदित कर दिया। आयोजन में नाचते गाते स्टूडेंट्स में खूब उत्साह दिखाई दिया। मेरा मुर्शिद खेले होरी, गीत पर स्टूडेंट आरके अरिंदम ने मनमोहक डांस परफॉमर्ेंस दी। कार्यक्रम में स्टूडेंट यशिका यादव ने कविता पर, मोनीसा ने एक मुलाकात, खुश्बू ने शुभदिन आयो, प्रांजल ने घनन घन घिर आये बदरा, गीतों पर शानदार डांस परफॉमर्ेंस दी।

Posted By: Inextlive